उत्तराखंड में अब बाघ व अन्य जंगली जानवरों के हमले में मौत पर मिलेगी ज्यादा सहायता राशि

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सरकार ने प्रदेश में जंगली जानवरों के हमले का शिकार बनने वालों के परिवारों को मिलने वाली सहायता राशि में बढ़ोतरी की है.

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सरकार ने प्रदेश में जंगली जानवरों के हमले का शिकार बनने वालों के परिवारों को मिलने वाली सहायता राशि में बढ़ोतरी की है.

author-image
Manoj Sharma
New Update
Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami

Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami Photograph: (Social Media)

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सरकार ने प्रदेश में जंगली जानवरों के हमले का शिकार बनने वालों के परिवारों को मिलने वाली सहायता राशि में बढ़ोतरी की है. पहले जंगली जानवरों के हमले में मौत होने पर मृतक के परिवार को छह लाख रुपए सहायता राशि के रूप में दिए जाते थे. मुख्यमंत्री ने इसे बढ़ाए जाने की घोषणा की है.

Advertisment

वन्यजीवों के हमले में मरने वाले के परिजन को 10 लाख की आर्थिक मदद

मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को देहरादून के चिड़ियाघर में वन्यजीव प्राणी सप्ताह का शुभारंभ करते हुए वन्य पशुओं के हमले में मारे जाने वालों के परिवारों को मिलने वाली सहायता राशि को छह लाख से बढ़ाकर 10 लाख करने की घोषणा की. सीएम धामी ने इस मौके पर कहा कि प्रदेश सरकार की कोशिशों से उत्तराखंड में बाघ, तेंदुए, हाथी और हिम तेंदुए जैसे जंगली जानवरों की संख्या में उत्साहजनक बढ़ोतरी दर्ज की गई है. लेकिन इससे इन्सान और जंगली जानवरों के बीच संघर्ष की घटनाएं भी बढ़ गई हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस चुनौती का सामना करने के लिए ड्रोन और जीपीएस जैसी आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है. इससे जंगली जानवरों की निगरानी बेहतर तरीके से की जा रही है. स्थानीय जनता के लिए रोजगार के अवसरों का भी सृजन किया जा रहा है. लोगों को इस दिशा में शिक्षित किया जा रहा है कि वे जंगलों की रक्षा व जंगली जानवरों की सुरक्षा में सरकार के भागीदार बन सकें. प्रदेश के एक लाख युवाओं को सीएम यंग ईको-प्रिन्योर बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पीएम नरेंद्र मोदी के लाइफ स्टाइल फॉर एनवायरनमेंट नारे का भी जिक्र किया और उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों से अपील की कि वे पर्वतों पर गंदगी न फैलाएं.

वन्यपशु और मानव के बीच संघर्ष एक बड़ी चुनौती

उत्तराखंड में मानव औऱ जंगली जानवरों के बीच संघर्ष एक बड़ी समस्या बन चुका है. वन्यपशुओं के हमलों में हर साल अनेक लोग मारे जाते हैं, जो कि वास्तव में प्रदेश के लोगों और राजनेताओं के लिए चिंता का विषय है. बताया जाता है कि हर साल 60 से ज्यादा लोग ऐसे हमलों में अपने प्राण गंवा देते हैं, जबकि सैकड़ों लोग घायल हो जाते हैं. उत्तराखंड में तेंदुओं के हमले में मारे जाने वाले लोगों की संख्या सबसे ज्यादा है. बाघ और हाथी भी मनुष्यों पर जानलेवा हमला करते रहे हैं. सांप के काटने से भी उत्तराखंड में कई लोगों की मौत हो जाती है. ऐसे गरीब लोगों के मारे जाने से उनके परिवार गहरे आर्थिक संकट में फंस जाते हैं. वन्यजीवों के हमले में मरने वाले स्थानीय लोगों के परिजनों के जीवन में जो शून्य आता है, उसे तो भरा नहीं जा सकता, लेकिन आर्थिक सहायता बढ़ाए जाने से उनकी कुछ मदद जरूर हो सकेगी.

chief minister pushkar singh dhami Dhami
Advertisment