ठंड के कारण बढ़ा युवाओं में हार्ट अटैक का खतरा, ऐसे करें बचाव

दिल्ली-NCR समेत पूरा उत्तर भारत पिछले कई दिनों से शीतलहर की चपेट में है. ठंड की चपेट में है. ठिठुरन ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. गर्म कपड़े पहनने के बाद भी लोगों को कंपकंपी महसूस हो रही है.

दिल्ली-NCR समेत पूरा उत्तर भारत पिछले कई दिनों से शीतलहर की चपेट में है. ठंड की चपेट में है. ठिठुरन ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. गर्म कपड़े पहनने के बाद भी लोगों को कंपकंपी महसूस हो रही है.

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Yogendra Mishra
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ठंड से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ा।( Photo Credit : फाइल फोटो)

दिल्ली-NCR समेत पूरा उत्तर भारत पिछले कई दिनों से शीतलहर की चपेट में है. ठंड की चपेट में है. ठिठुरन ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. गर्म कपड़े पहनने के बाद भी लोगों को कंपकंपी महसूस हो रही है. दिल्ली-NCR में सर्दी का आलम यह है कि जरा सी लापरवाही बच्चे और बुजुर्गों पर भारी पड़ सकती है. ऐसा इस लिए कि ज्यादा तापमान गिरने से बॉडी का सामान्य तापमान 35 डिग्री सेल्सियस मेंटेन नहीं रह पाता. जिसकी वजह से हाइपोथर्मिया जैसी खतरनाक स्थिति पैदा हो सकती है. इसमें बॉडी का तामपान 35 डिग्री से कम हो जाता है.

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यह स्थिति जानलेवा साबित हो सकती है. साथ ही हार्टअटैक जैसी समस्या हो सकती है. जानकारी के मुताबिक नोएडा में पिछले 10 दिनों में 35 से कम उम्र के युवाओं ने हार्ट अटैक की शिकायत की है. ज्यादा ठंड के कारम हृदय संबंधी बीमारियों के 50 फीसदी मरीज बढ़ गए हैं. सेक्ट 12 के मेट्रो हृदय संस्थान में 5 ऐसे मरीज आए जिनकी उम्र 35 साल से कम है. आइए जानते हैं कि आखिर हाइपोथर्मिया के क्या लक्षण हैं और इस जानलेवा ठंड से कैसे बचा जाए.

हाइपोथर्मिया के लक्षण

  • सर्दी जुकाम होने पर नाक से पानी आना
  • लगातार छींक आना
  • आंखों से पानी आना
  • बदन दर्द, सिर या आंखों में भारीपन महसूस करना
  • गले में खराश के साथ हल्का दर्द और सांस की कमी महसूस करना
  • सीने में जकड़न और कसाव महसूस करना
  • सांस के साथ आवाज आना

कैसे करें कंट्रोल

  • अस्थमा के मरीज धूल-मिट्टी से खुद को दूर रखें
  • पालतू जानवरों के करीब न जाएं
  • धुम्रपान न करें और करने वालों से दूर रहें

सुबह 4-6 बजे के बीच हार्ट अटैक का खतरा

विशेषज्ञों का कहना है कि सुबह 4 से 6 बजे के बीच हार्ट अटैक का खतरा सबसे ज्यादा होता है. उन्होंने कहा कि दिल तक खून पहुंचाने वाली किसी एक या एक से अधिक धमनियों में जमें फैट के थक्के के कारण रुकावट आ जाती है. थक्के के कारण खून का फ्लो रुक जाता है. खून न मिलने से मांसपेशियों में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है जिसके कारण धीरे-धीरे मांसपेशियों की रफ्तार कम हो जाती है. मोटापा और ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों से ग्रसित लोगों में हार्ट अटैक का खतरा सबसे ज्यादा रहता है.

हार्ट अटैक से बचने का उपाय

डॉक्टरों का कहना है कि सप्ताह में 5 दिन कम से कम 30 मिनट की एक्सरसाइज करनी चाहिए. इसके जरिए हृदय को सुरक्षित रखा जा सकता है. वहीं जंक फूड से दूरी बनाना भी बीमारियों से बचा सकता है. हृदय की बीमारियों के लक्षण दिखते ही डॉक्टर से सलाह लें.

ये हैं बचाव के तरीके

अधिक ठंड होने की स्थिति में सुबह व्यायाम करें.
ठंड बाहर हो तो घर के भीतर ही व्यायाम करें.
पीने और नहाने के लिए गुनगुना पानी इस्तेमाल में लें.
बाहर निकलने से पहले पूरी तरह से गर्म कपड़े पहन लें.

Source : Yogendra Mishra

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