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प्रयागराज में कोरोना संक्रमण से राहत, जानें कैसे प्रशासन ने पाया काबू

ज़िले में मंगलवार को 718 लोग संक्रमण से मुक्त भी हुए है जिनमे 663 लोगों ने होम आइसोलेशन पूरा किया है जबकि 55 लोग अलग अलग अस्पतालों से डिस्चार्ज हुए है . वही प्रयागराज में फिलहाल एक्टिव मरीजों की संख्या लगभग 5 हज़ार बनी हुई है .

Updated on: 12 May 2021, 05:12 PM

highlights

  • संगम नगरी प्रयागराज में कोरोना राहत
  • संक्रमण में कमी से प्रशासन और लोगों को बड़ी राहत
  • ज़िले में मंगलवार को 718 लोग संक्रमण से मुक्त भी हुए है

 

 

 

प्रयागराज:

संगम नगरी प्रयागराज में कोरोना के लागतार गिरते ग्राफ से सरकार और प्रशासन के साथ आम लोगों को भी बड़ी राहत मिली है, लॉकडाउन और केंटोनमेंट जोन के नियमों का सख्ती से पालन, ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट के फार्मूले के सफलतापूर्वरक क्रियान्वयन से अप्रैल में बेकाबू हुए कोरोना संक्रमण पर ब्रेक लग गया है. अगर बीते 24 घंटों की बात करें तो यहां केवल 202 नए संक्रमित सामने आए हैं जबकि 6 लोगों की करोना से मौत हो गयी है. इसके पहले 17 अप्रैल को 24 घंटे में यहां संक्रमितों की संख्या 2436 पहुँच गयी थी . 17 अप्रैल की तुलना में बीते 24 घंटे में मिले नए संक्रमितों की आंकड़ों में 12 गुना की कमी आयी है जबकि 17 अप्रैल 11567 और 11 मई को  11104 लोगों की जांच हुई थी. यानी इन 22 दिनों के दौरान संक्रमण दर यानी पॉजिटिव रेट में भी बड़ा अंतर आ चुका है .

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17 अप्रैल को जहां संक्रमण दर 21 फीसदी से अधिक थी वहां बीते 24 घंटों में ये 2 प्रतिशत से भी कम यानी 1:8 % तक पहुंच गया . बड़ी बात ये है कि अब नए संक्रमितों की तुलना में रिकवर होने वालों की संख्या भी कई गुना अधिक हो गयी, प्राइवेट और निजी अस्पतालों में जहां पहले एक एक बेड की मारा मारी थी वहां अब अस्पतालों के पास पर्याप्त संख्या में आईसीयू बेड और वेंटिलेटर उपलब्ध है .

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ज़िले में मंगलवार को 718 लोग संक्रमण से मुक्त भी हुए है जिनमे 663 लोगों ने होम आइसोलेशन पूरा किया है जबकि 55 लोग अलग अलग अस्पतालों से डिस्चार्ज हुए है . वहीं प्रयागराज में फिलहाल एक्टिव मरीजों की संख्या लगभग 5 हज़ार बनी हुई है . प्रयागराज में कोरोना संक्रमितों की संख्या में लागतार कमी आने से सरकारी और निजी दोनों अस्पतालों में आसोलेशन और आईसीयू बेड खाली पड़े हैं . 

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ज़िले के आलाधिकारी इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन, केंटोनमेंट ज़ोन के नियमों का सख्ती से पालन को बड़ी वजह बताते हैं . डीएम प्रयागराज भानु चंद गोस्वामी के मुताबिक प्रशासन ने कोरोना की रोकथाम के लिए जो एग्रेसिव कैम्पेन चलाया, संक्रमितों को चिन्हित कर उनकी जांच और उपचार की व्यवस्था की गई, साथ ही जिस क्षेत्र में ज्यादा संक्रमित मिले उसको कैंटोनमेंट ज़ोन बनाकर उस इलाके को बेरिकेट कर उस क्षेत्र में जरूरी सेवाओं के अलावा सभी तरह की गतिविधियों पर रोक भी कोरोना को काबू में करने की बड़ी वजह बनी है .

बीते एक महीने के दौरान सरकारी अस्पतालों में बेड की आईसीयू और वेंटिलेटर की संख्या में गुणात्मक वृद्धि और एक दर्जन निजी अस्पतालों को कोविड अस्पताल के रूप में शुरू करवाना भी कोरोना पर नियंत्रण की उतनी ही अहम वजह रही जितनी दूसरी वजहें थी . देखना होगा कि कोरोना पर प्रयागराज की ये बढ़त आगे भी जारी रहती है या नही और इसके लिए क्या प्रयास किये जा रहे है .