logo-image

CAA प्रदर्शन पर रवि किशन बोले, कांग्रेस 500-500 रुपये में प्रदर्शन के लिए महिलाएं ला रही है

रवि किशन ने कहा कि विरोध कर रही महिलाओं को कांग्रेस पार्टी के द्वारा फंडिंग किया जा रहा है. यह लोग सीएए के बारे में पूरी तरह से जानते भी नहीं हैं.

Updated on: 18 Jan 2020, 05:55 PM

गोरखपुर:

दिल्ली के शाहीनबाग और लखनऊ के घंटाघर में महिलाओं के द्वारा हो रहे प्रदर्शन पर गोरखपुर के बीजेपी सांसद और फिल्म अभिनेता रवि किशन ने न्यूज़ स्टेट से बात करते हुए कहा कि जो भी महिलाएं वहां पर धरना दे रही हैं, वह सभी 500-500 रुपये में किराए पर लाई जा रही हैं. कांग्रेस बच्चों और महिलाओं को आगे करके बीजेपी का विरोध कर रही है. उनको पता नहीं है कि सीएए और एनआरसी क्या है? ऐसी महिलाओं को बरगला कर कांग्रेस पार्टी अपना मतलब साध रही है.

यह भी पढ़ें- पत्रकार अश्विनी कुमार चोपड़ा के निधन पर पीएम मोदी ने जताया दु:ख, कही ये बात

रवि किशन ने कहा कि विरोध कर रही महिलाओं को कांग्रेस पार्टी के द्वारा फंडिंग किया जा रहा है. यह लोग सीएए के बारे में पूरी तरह से जानते भी नहीं हैं, लेकिन इसके बावजूद इसका और बीजेपी का विरोध किया जा रहा है. जामिया इलाके के शाहीनबाग में प्रदर्शनकारी महिलाओं को लेकर एक वीडियो बीते 24 घंटे के दौरान तेजी से वायरल हुआ था. सोशल मीडिया में इस वायरल वीडियो में दो युवक चर्चा कर रहे हैं कि प्रत्येक महिला को प्रदर्शन में आने के लिए 500 रुपये दिए जा रहे हैं.

यह भी पढ़ें- दिल्ली चुनाव से पहले कांग्रेस को लगा बड़ा झटका, योगानंद शास्त्री ने पीसी चाको को दिया इस्तीफा

नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएए) के खिलाफ सर्द मौसम में खुले आसमान तले एक महीना से ज्यादा समय से आंदोलन कर रहीं महिलाओं पर तोहमत लगाए जाने के जवाब में धरने पर बैठीं 71 वर्षीय सीमा आलम ने कहा, 'हो सकता है कि 500 रुपये लेकर कोई किसी धरने में चला जाए, लेकिन यहां तो हम सभी पुलिस की गोली खाने को तैयार बैठे हैं. सीएए के खिलाफ जारी इस आंदोलन को जारी रखने के लिए हम अपनी जान देने को तैयार हैं.'

गौरतलब है कि सोशल मीडिया पर जारी किए गए इस वीडियो में कहा गया है कि शाहीनबाग में धरना दे रहीं महिलाएं शिफ्ट के हिसाब से इस धरने में आती हैं. प्रत्येक शिफ्ट के लिए हर एक महिला को 500 रुपये का भुगतान किया जा रहा है. हन्हें रुपये कौन दे रहा है, न तो इसका खुलासा किया गया है और न ही इस वीडियो की सत्यता अभी साबित नहीं हो पाई. सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस वीडियो की चर्चा शाहीनबाग में भी होती रही. प्रदर्शन कर रहीं महिलाएं व उनके साथ मौजूद युवाओं ने इस वीडियो को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की थी.