उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस के हॉटस्पॉट बने क्षेत्रों में लोगों की स्क्रीनिंग करने के लिए किए जा रहे रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट पर रोक लगा दी गई है. रैपिड टेस्टिंग किट में गड़बड़ी का मामला सामने आने के बाद इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च यानी आईसीएमआर के निर्देश पर इसकी जांच अगले दो दिन तक के लिए रोक दी गई है.
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रैपिड टेस्टिंग किट के नमूने की जांच रिपोर्ट पर सवाल उठने लगे थे. इससे पहले रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट नोएडा में बने हॉटस्पॉट में 100 संदिग्ध लोगों पर किया गया था. सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई थी. वहीं उससे पहले राजस्थान के कोटा से यूपी लौटे करीब साढ़े सात छात्रों की भी स्क्रीनिंग इसी से की जा रही है अभी तक जितने भी टेस्ट हुए हैं उनमें ज्यादातर की रिपोर्ट नेगेटिव आई है.
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केवल गाजीपुर के एक छात्र की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. इसी के चलते आईसीएमआर ने फैसला लिया है और निर्देश दिया है कि जब तक इस सिस्टम की पूरी जांच नहीं कर लेते तब तक इसके द्वारा किसी की नमूना जांच पूरी तरह से संतुष्टिजनक नहीं हो सकती. इसलिए इसके इस्तेमाल पर रोक लगाई जा रही है. प्रदेश सरकार ने 50 हजार किट का ऑर्डर दिया था लेकिन अब आईसीएमआर के निर्देश के बाद इस ऑर्डर को रद्द कर दिया गया है. अभी तक इनमें से कुछ ही डिलीवरी हो पाई है. इनके इस्तेमाल पर भी रोक लगा दी गई है.
Source : News State