logo-image

सोने के शेषनाग, चांदी का कछुआ...BHU के प्रोफेसर ले जाएंगे अयोध्या

5 अगस्त को अयोध्या में श्रीराम जन्म भूमि मंदिर की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) रखेंगे. इसके लिए काशी से तीन बीएचयू के प्रोफेसर काशी विद्वत परिषद के तहत अयोध्या जा है

Updated on: 31 Jul 2020, 11:12 PM

नई दिल्ली :

5 अगस्त को अयोध्या में श्रीराम जन्म भूमि मंदिर की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) रखेंगे. इसके लिए काशी से तीन बीएचयू के प्रोफेसर काशी विद्वत परिषद के तहत अयोध्या जा है. इन तीन विद्वानों की निगरानी में ही श्री राम जन्म भूमि मंदिर का भूमि पूजन होना है. और ये तीन विद्ववान काशी से स्वर्ण सर्प , कच्छप, और बाबा विश्वनाथ को चढ़ा हुआ रजत बेलपत्र लेकर जा रहे है. ये सभी चीजें शिलान्यास के समय चांदी के ईंट के साथ पीएम मोदी रखेंगे.

बीएचयू के प्रोफेसरों के अनुसार शेष नाग पर पृथ्वी स्थित है इसलिए हम स्वर्ण नाग ले जा रहे है. शेष नाग कच्छप पर है इसलिए चांदी का कश्यप हमारे साथ है. और चांदी का बेलपत्र बाबा विश्वनाथ के आशिष के रुप में ले जा रहे है. जिससे शिलान्यास सम्पन्न होगा.

इसे भी पढ़ें:इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बकरीद पर लॉकडाउन में छूट देने से किया इनकार, कहा- प्रतिबंध न तो...

5 अगस्त को पीएम मोदी खुद भूमि पूजन करेंगे. इस महाआयोजन के लिए वाराणसी के काशी विद्वत परिषद के विद्वानों में सभी बीएचयू के प्रोफेसर भी है. काशी विद्वत परिषद के संयोजक एवं महामंत्री और बीएचयू के धर्म विद्या विज्ञान विभाग के प्रोफेसर और बीएचयू के प्रोफेसर राम चन्द्र जी और बीएचयू के ज्योतिष विभाग के प्रमुख भी इस महायोजन में हिस्सा लेने अयोध्या जा रहे है.

और पढ़ें:अयोध्या को भव्य बनाने के लिए मोदी सरकार बना रही है 'मास्टर प्लान', जानें क्या-क्या बनेगा

इन्होंने बताया की हमारा कार्य इस शिलान्यास समारोह में ये देखना है कि सबकुछ धर्म के अनुरूप होता रहे. इसके अलावा उन्होंने 5 अगस्त की तिथि को भी बेहद खास बताया.