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देशभर में रक्षा बंधन की धूम, प्रयागराज में बनाई जा रही ग्रीन राखी, जानें क्या है ये

देश भर में इन दिनों रक्षा बंधन की धूम है. 11 अगस्त को पड़ने वाले राखी त्योहार से पहले तमाम बाजार रंग बिरंगी राखियों से अटी पड़ी हैं, लेकिन प्रयागराज के ग्रीनमैन कहे जाने वाले प्रोफेसर एनबी सिंह की ग्रीन राखी की बात ही निराली है.

Updated on: 06 Aug 2022, 04:05 PM

प्रयागराज:

देश भर में इन दिनों रक्षा बंधन की धूम है. 11 अगस्त को पड़ने वाले राखी त्योहार से पहले तमाम बाजार रंग बिरंगी राखियों से अटी पड़ी हैं, लेकिन प्रयागराज के ग्रीनमैन कहे जाने वाले प्रोफेसर एनबी सिंह की ग्रीन राखी की बात ही निराली है. भाइयों की कलाइयों की जगह वृक्षों की शाखाएं है, रंग बिरंगी राखियों की बजाय खूबसूरत पुष्प है, क्योंकि राखी बांधने वाला कोई और नहीं प्रयागराज के ग्रीन मैन कहलाने वाले प्रोफेसर एनबी सिंह और उनकी टीम है. देखिए खास रक्षा बंधन पर ये खास रिपोर्ट... 

प्रोफेसर एनबी सिंह के नेतृत्व में ये खास रक्षा बंधन प्रयागराज में हर साल मनाया जाता है, जिसमें पेड़-पौधों और वृक्षों को राखी बांधकर उनकी रक्षा का संकल्प लिया जाता है. प्रोफेसर साहब का कहना है कि पेड़ पौधों हैं तो हर तीज त्योहार है, होली-दिवाली, रक्षा बंधन हैं और जब ये ही नहीं होंगे तो न हम होंगे न भाई बहन के प्रेम का ये खूबसूरत त्योहार होगा.

प्रोफेसर साहब और उनकी टीम ने पूरी परंपरा के साथ राखी का त्योहार मनाया. उन्होंने और उनकी टीम ने पहले वृक्षों को राखी बांधी, उनको तिलक चंदन लगाया और फिर आरती भी की, लेकिन बिना मिठाइयों के कहां कोई त्योहार पूरा होता है. लिहाजा हरियाली गुरु ने वृक्षों को मिष्ठान का भोग भी लगाया. इस दौरान उनकी टीम के सदस्यों ने राखी का मधुर गीत भी गया.

खास बात ये है कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय कैंपस में ये जो हरियाली दिखाई दे रही सब हरियाली गुरु यानी प्रोफेसर साहब और उनकी टीम की ही देन है. दो दशकों में प्रोफेसर साहब ने कई किलोमीटर में फैले विश्वविद्यालय कैंपस को हराभरा बना दिया. गुरुजी से प्रेरणा लेकर उनकी टीम के सदस्य जिसमें ज्यादातर उनके स्टूडेंट्स हैं, उनके मिशन को आगे बढ़ा रहे हैं. सभी स्टूडेंट्स का कहना है कि उनके लिए ये रखा बंधन सबसे खास है, जो पूरी मानवता को रक्षा करने के मकसद से मनाया जा रहा है.

ग्रीनमैन उर्फ हरियाली गुरु अब तक प्रयागराज में एक लाख से अधिक पेड़ लगा चुके हैं. वो कहते हैं कि पेड़ लगाना आसान है उनकी रक्षा बेहद मुश्किल लिहाजा वो रक्षा बंधन के जरिये पेड़ों की रक्षा का संकल्प लेते हैं और लोगों को भी दिलाते हैं.