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राज्यसभा चुनाव : यूपी में बीजेपी उम्मीदवारों के नाम तय, आज जारी होगी सूची

देश के उच्च सदन यानी राज्यसभा ( Rajya Sabha Election) के लिए उत्तर प्रदेश के 11 सीटों पर हो रहे चुनाव में सभी दावेदारों की नजर लगी हुई है. सब जानना चाहते हैं कि आखिर किसके भाग्य का पिटारा खुल रहा है.

Updated on: 27 May 2022, 11:31 AM

highlights

  • उत्तर प्रदेश से कुल 31 राज्यसभा सांसद चुने जाते हैं
  • 11 सांसद जुलाई की शुरुआत में रिटायर होने वाले हैं
  • 11 सीटों पर हो रहे चुनाव में सभी दावेदारों की नजर लगी

लखनऊ:

देश के उच्च सदन यानी राज्यसभा ( Rajya Sabha Election) के लिए उत्तर प्रदेश के 11 सीटों पर हो रहे चुनाव में सभी दावेदारों की नजर लगी हुई है. सब जानना चाहते हैं कि आखिर किसके भाग्य का पिटारा खुल रहा है. राज्यसभा की 11 सीटों पर होने वाले चुनाव में सत्तारुढ़ भाजपा ( BJP ) को 7 और प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी को 3 सीटें मिलना तय है. प्रदेश में भाजपा गठबंधन के 273 और सपा के 125 विधायक हैं. इसके अलावा जनसत्ता दल और कांग्रेस के दो-दो और बहुजन समाज पार्टी का एक विधायक है. 

सूत्रों के मुताबिक राजा भैया के जनसत्ता दल के दो विधायकों का समर्थन भाजपा को मिल सकता है. वहीं कांग्रेस और बसपा के किसी भी दल से गठबंधन नहीं होने से दोनों दल चुनाव से बाहर रह सकते हैं. भाजपा के पास 273 विधायक हैं. ऐसे में उन्हें प्रथम और द्वितीय वरीयता क्रम के मतदान के आधार पर 8 सीट जीतने में कोई परेशानी नहीं होगी. सपा के पास 125 विधायक हैं. इस आधार पर उसे 3 सीट जीतने में कोई दिक्कत नहीं होगी. सवाल है कि आखिर भारतीय जनता पार्टी में कौन-कौन राज्यसभा के उम्मीदवार हो सकता है.

8 उम्मीदवारों में 4-5 नाम यूपी से होंगे

राजनीतिक चर्चा है भारतीय जनता पार्टी में सपा छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए पूर्व राज्यसभा सदस्य नरेश अग्रवाल, भाजपा के मौजूदा राज्यसभा सदस्य शिव प्रताप शुक्ला ,जफर इस्लाम और जयप्रकाश निषाद को फिर से राज्यसभा का टिकट मिल सकता है. पार्टी सूत्रों के मतुाबिक उनके नाम पर कोर कमेटी ने भी मुहर लगा दिया है. राज्यसभा चुनाव में पार्टी 8 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी. इनमें चार से पांच यूपी से होंगे, जबकि तीन से चार उम्मीदवार दिल्ली दरबार तय करेगा. इनमें दूसरे प्रदेश के नेताओं को भी यूपी राज्यसभा में भेजा जा सकता है.

सबसे ज्यादा लक्ष्मीकांत बाजपेई पर चर्चा

उत्तर प्रदेश के सियासी गलियारे में एक नाम जिनकी सबसे अधिक चर्चा है वह हैं लक्ष्मीकांत बाजपेई. उनको भी राज्यसभा में भेजा जा सकता है. भारतीय जनता पार्टी का एक मजबूत पक्ष उनको उच्च सदन में भेजने  में मजबूती से लगा हुआ है. उनका तर्क है कि विधानसभा चुनाव में सदस्यता अभियान की सफलता का सेहरा उन्हीं को जाता है. दूसरी ओर दलित कोटे से संगठन में महामंत्री की जिम्मेदारी संभाल रही पूर्व सांसद प्रियंका रावत को भी राज्यसभा भेजा जा सकता है.

आज आ सकती है भाजपा के नामों की सूची

दिल्ली दरबार से ही सब कुछ होना है, लेकिन प्रदेश भाजपा की ओर से 14 दावेदारों का पैनल केंद्रीय नेतृत्व को भेजा गया है. राज्यसभा चुनाव को लेकर प्रदेश भाजपा की एक बैठक भी हो चुकी है. इसमें सीएम योगी आदित्यनाथ और दोनों डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य के साथ ही बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, प्रदेश प्रभारी और प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल मौजूद थे. यह बैठक मुख्यमंत्री के 5 कालिदास मार्ग पर हुई थी. बैठक के बाद कहा जा रहा है कि आज या कल भाजपा की सूची आ सकती है.

11वीं सीट के लिए मुकाबला बेहद दिलचस्प 

11 सीटें खाली होने जा रही हैं, उनमें से 5 अभी बीजेपी के पास हैं, तीन सपा, दो बसपा और एक कांग्रेस के पास है. यूपी विधानसभा में 403 सीटें हैं. इस हिसाब से राज्यसभा के एक उम्मीदवार की जीत के लिए कम से कम 36 विधायकों के वोट की जरूरत होगी. भाजपा गठबंधन के पास 273 विधायक हैं और इस लिहाज से एनडीए को सात सीटें आसानी से मिल जाएंगी.  सपा गठबंधन की बात करें तो 125 विधायकों के साथ अखिलेश यादव के तीन प्रत्याशी आसानी से जीत हासिल कर लेंगे. वहीं 11वीं सीट के लिए मुकाबला बेहद दिलचस्प होगा.

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चारों दलों के 11 सांसद हो रहे हैं रिटायर

उत्तर प्रदेश से 31 राज्यसभा सांसद चुने जाते हैं. मौजूदा समय में बीजेपी के पास 22, सपा के पास 5, बसपा के पास तीन और कांग्रेस के पास एक सीट है. इनमें से 11 सांसद जुलाई की शुरुआत में रिटायर होने जा रहे हैं. रिटायर होने वाले में बीजेपी के जफर इस्लाम, शिव प्रताप शुक्ला, संजय सेठ, सुरेंद्र नागर और जय प्रकाश निषाद शामिल हैं. वहीं, सपा के सुखराम सिंह यादव, विशंभर प्रसाद निषाद और रेवती रमण सिंह भी रिटायर होने जा रहे हैं. बसपा के सतीश चंद्र मिश्रा, अशोक सिद्धार्थ और कांग्रेस के कपिल सिब्बल का कार्यकाल भी पूरा होने जा रहा है.