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पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे जनता को समर्पित, सपा और कांग्रेस के परिवारवाद पर बरसे PM मोदी  

पीएम मोदी ने कहा कि जिसे भी यूपी के सामर्थ्य पर संदेह हो, वो यहां आकर यूपी का सामर्थ्य देख सकता है.

Updated on: 16 Nov 2021, 04:16 PM

highlights

  • पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे  का लोकार्पण किया
  • 341 किलोमीटर लंबे इस पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को बनाने में 36 महीने का वक्त लगा है
  • एक्सप्रेस-वे  निर्माण में 22,497 करोड़ रुपये खर्च हुए  और यह 9 जिलों को जोड़ता है

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे  का लोकार्पण किया. 341 किलोमीटर लंबे इस पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को बनाने में 36 महीने का वक्त लगा है. कुल परियोजना मूल्य 22,497 करोड़ रुपये है और यह 9 जिलों को जोड़ने वाला एक्सप्रेस-वे है. पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पूर्वी और पश्चिमी यूपी को जोड़ेगा. एक्सप्रेस-वे  लखनऊ के चांद सराय से शुरू होकर गाजीपुर तक पहुंचेगा. ये एक्सप्रेस-वे 9 जिलों लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर से होकर निकलेगा. प्रधानमंत्री मोदी ने जुलाई 2018 में आजमगढ़ से इसकी आधारशिला रखी थी.

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सुल्तानपुर जिले के करवल खीरी में पीएम मोदी पीएम मोदी सुल्तानपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहाकि जिस धरती पर हनुमानजी ने कालनेमि का वध किया, उस धरती के लोगों के मैं पैर लगता हूं. यहां की मिट्टी में आजादी की लड़ाई की खुशबू आती है इस पावन धरती को आज पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की सौगात मिल रही है, जिसका आप बहुत दिन से इंतजार कर रहे थे. आप सभी को बहुत-बहुत बधाई. 

पीएम मोदी ने कहा कि जब 3 साल पहले मैंने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया था,तो ये नहीं सोचा था कि एक दिन उसी एक्सप्रेस वे पर विमान से मैं खुद उतरूंगा. ये एक्सप्रेस वे यूपी को तेज गति से बेहतर भविष्य की ओर ले जाएगा. ये एक्सप्रेसवे यूपी के विकास का एक्सप्रेसवे है. ये यूपी की प्रगति का एक्सप्रेसवे है. ये नए यूपी के निर्माण का एक्सप्रेस वे है. ये यूपी की मजबूत होती अर्थव्यवस्था का एक्सप्रेस वे है.  

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन के बाद अब सुल्तानपुर में बनी हवाई पट्टी पर एयर शो हो रहा है. इस एयर शो में राफेल, सुखोई और मिराज जैसे लड़ाकू विमान टच एंड गो ऑपरेशन कर रहे हैं. यानी, विमान उड़ते हुए आते हैं और जमीन छूते ही दोबारा उड़ जाते हैं. ये हवाई पट्टी 3.2 किमी लंबी है. इसे जंग जैसे हालात की तैयारी के तौर पर बनाया गया है.  

एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन समारोह में सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री मोदी को अयोध्या में बन रहे राम मंदिर की रेप्लिका भेंट की. योगी ने कहा कि महज तीन साल में ही इसका काम पूरा हो गया. उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड को भी नए एक्सप्रेस वे के साथ जोड़ने की तैयारी चल रही है. इसी तरह पश्चिमी यूपी को पूर्वी यूपी से जोड़ने के लिए गंगा एक्सप्रेस-वे का काम कुछ ही दिन में तैयार होने जा रहा है. उन्होंने बताया कि अगले महीने तक कानपुर की मेट्रो की व्यवस्था भी खुल जाएगी. 2017 तक लखनऊ और वाराणसी एयरपोर्ट ही जुड़े थे, आज प्रदेश के अंदर 9 एयरपोर्ट पूरी तरह फंक्शनल हैं. 11 नए एयरपोर्ट पर काम चल रहा है. ये नए भारत के नए यूपी की तस्वीर है.

अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने विकास का फायदा महिलाओं तक पहुंचाने, यूपी के लोगों की कोरोना वैक्सीनेशन के लिए बेहतरीन काम करने की प्रशंसा की. उन्होंने कहा यूपी ने 14 करोड़ टीके लगाकर अपने राज्य को, देश ही नहीं, बल्कि दुनिया में अग्रणी भूमिका में खड़ा किया है. दुनिया के अनेक देशों की तो इतनी आबादी तक नहीं है. मैं यूपी के लोगों के लिए इस बात की भी सराहना करूंगा कि उसने भारत में बनी वैक्सीन के खिलाफ किसी भी राजनीतिक अपप्रचार को टिकने नहीं दिया. यहां के लोगों के जीवन से खिलवाड़ की साजिश को परास्त कर दिया है. यूपी की जनता इन्हें इसी तरह आगे भी परास्त करते रहेगी. 

पीएम मोदी ने कहा कि चौतरफा विकास के लिए हमारी सरकार मेहनत कर रही है. कनेक्टिविटी के साथ ही यूपी में बुनियादी सुविधाओं में भी प्राथमिकता दे रही है. इसका लाभ नारी शक्ति को हुआ है. गरीब बहनों को जब उनका पक्का घर मिल रहा है तो उनको परेशानियों से मुक्ति मिल रही है. मुफ्त बिजली और गैस कनेक्शन से भी परेशानी दूर हो गई है. टॉयलेट के अभाव में घर और स्कूल में परेशानी बेटी-बहनों को होती थी. अब घर भी सुख है और बेटियों को भी बिना किसी हिचक के पढ़ाई का रास्ता भी मिला है.

उन्होंने कहा कि जो अपने समय में असफल रहे, वो योगीजी की सफलता नहीं देख पा रहे हैं. जो सफलता देख नहीं पा रहे हैं, वो इसे कैसे पचा पाएंगे. मोदी ने कहा कि उनका विचलित होना स्वाभाविक है. पीएम मोदी ने आखिर में फिर से पूर्वांचल एक्सप्रेस वे की सबको बधाई दी.  

पीएम मोदी ने कहा कि एक व्यक्ति घर भी बनाता है तो पहले रास्तों की चिंता करता है, मिट्टी की जांच करता है, दूसरे पहलुओं पर विचार करता है, लेकिन यूपी में हमने ऐसी सरकारों का दौर देखा है जिन्होंने कनेक्टिविटी की चिंता किए बिना ही बड़े बड़े सपने दिखाए. परिणाम ये हुआ कि यहां कारखानों में ताले लग गए. ये भी दुर्भाग्य रहा कि दिल्ली और लखनऊ दोनों ही जगहों पर, परिवारवादियों का ही दबदबा रहा. सालों साल तक परिवारवादियों की यही पार्टनरशिप यूपी की आकांक्षाओं को कुचलती रही. 

पीएम ने कहा कि सुल्तानपुर के सपूत श्रीपति मिश्रा के साथ भी तो यही हुआ था, जिनका जमीनी अनुभव और कर्मशीलता ही पूंजी थी, परिवार के दरबारियों ने उनको अपमानित किया. ऐसे कर्मयोगियों का अपमान यूपी के लोग कभी नहीं भुला सकते. आज यूपी में डबल इंजन की सरकार यूपी के सामान्य जन को अपना परिवार मानकर काम कर रही है. यहां जो कारखाने लगे हैं, जो मीलें हैं, उनको चलाने के साथ-साथ नए निवेश के लिए माहौल बना रही है. यूपी में आज सिर्फ 5 साल की योजना नहीं बन रही, बल्कि इस दशक की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए, इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाया जा रहा है. पूर्वी और पश्चिमी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर से यूपी को पूर्वी और पश्चिमी समुद्री तट से जोड़ने के पीछे यही सोच है. किसानों का सामना दुनिया के बाजारों तक पहुंच पाएगा. 
 
पीएम ने कहा कि आज यूपी में जिन नए एक्सप्रेस वे पर काम हो रहा है, वो किस तरह शहरों को जोड़ने वाले हैं. करीब 300 किमी का बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे चित्रकूट, बांदा, हमीरपुर, महोबा, जालौन, औरैया और इटावा को जोड़ेगा. 90 किमी गोरखपुर एक्सप्रेस वे गोरखपुर,अंबेडकरनगर, संत कबीर नगर और आजमगढ़ को जोड़ेगा. 600 किमी का गंगा एक्सप्रेस वे मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोगा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज को जोड़ेगा. मुझे बताएं इनमें से कितनी बड़े शहर माने जाते हैं. यूपी के लोग इन सवालों का जवाब जानते भी हैं और समझते भी हैं. 

पीएम मोदी ने कहा कि पहले यूपी में कितनी बिजली कटौती होती थी, इसे कौन भूल सकता है. कौन भूल सकता है कि यूपी में कानून व्यवस्था की क्या हालत थी. कौन भूल सकता है कि यूपी में मेडिकल सुविधाओं की क्या स्थिति थी. यूपी में तो हालत ऐसे बना दिए गए थे कि यहां सड़कों पर राह नहीं होती थी. अब आप सभी के सहयोग से, यूपी सरकार की सक्रिय भागीदारी से, यूपी के विकास का सपना अब साकार होता दिख रहा है. 

पीएम मोदी ने कहा कि आज यूपी में नए मेडिकल कॉलेज बन रहे हैं, एम्स बन रहे हैं, आधुनिक शिक्षा संस्थान बन रहे हैं. कुछ हफ्ते पहले कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का लोकार्पण किया और आज पूर्वांचल एक्सप्रेस वे आपको सौंपने का सौभाग्य मिला है. 

उन्होंने कहा कि इस एक्सप्रेस वे का लाभ गरीब को भी होगा और मध्यम वर्ग को भी, किसान की इससे मदद होगी और व्यापारी के लिए भी सुविधा होगी. श्रमिक, उद्यमी को भी लाभ होगा. दलित, युवा, पिछड़े, किसान, हर व्यक्ति को इसका फायदा होगा. निर्माण के दौरान भी इतने हजारों साथियों को रोजगार दिया और अब शुरू होने के बाद भी लाखों नए रोजगार के निर्माण का माध्यम बनेगा. ये एक्सप्रेस वे आज यूपी को आपस में जोड़ रहा है. इसके बनने से अवध, पूर्वांचल के साथ-साथ बिहार के लोगों को भी फायदा होगा. दिल्ली से बिहार आना-जाना और आसान हो जाएगा.

पीएम मोदी ने कहा कि 2014 में जब मुझे सेवा का मौका दिया तो मैंने यहां के सांसद के नाते, प्रधानसेवक के नाते, मैंने उसकी बारीकियों में जाना शुरू किया. गरीबों को पक्के घर मिले, गरीबों के घर में शौचालय हो, महिलाओं को खुले में शौच के लिए बाहर न जाना पड़े, सबके घर में बिजली हो, ऐसे कितने ही काम थे, जो यहां किए जाने जरूरी थे. लेकिन मुझे बहुत पीड़ा है कि तब यूपी में जो सरकार थी, उसने मेरा साथ नहीं दिया. इतना ही नहीं, सार्वजनिक रूप से मेरे बगल में खड़े होने में भी, उन्हें वोट बैंक नाराज होने से डर लगता था. उनको इतनी शर्म आती थी क्योंकि काम का हिसाब देने के लिए उनके पास कुछ था ही नहीं.

उन्होंने कहा, मुझे मालूम था कि जिस तरह तब की सरकार ने, योगीजी के आने से पहले वाली सरकार ने, यूपी के लोगों के साथ नाइंसाफी की, जिस तरह विकास में भेदभाव किया, जिस तरह सिर्फ अपने परिवार का हित साधा, यूपी के लोग ऐसा करने वालों को हमेशा के लिए यूपी के विकास के रास्ते से हटा देंगे. मोदी ने कहा कि आपने अपनी सेवा का मौका दिया और आज यूपी में हो रहे विकास कार्यों को देखकर मैं कह सकता हूं कि इस क्षेत्र का, यूपी का भाग्य बदलना शुरू हो गया है और तेज गति से बदलने वाला भी है.

उन्होंने कहा कि मैं इस एक्सप्रेस वे को समर्पित करते हुए अपने आप में धन्य महसूस कर रहा हूं. देश का संपूर्ण विकास करने के लिए देश का संतुलित विकास भी उतना ही आवश्यक है. कुछ क्षेत्र विकास की दौड़ में आगे चले जाएं और कुछ दशकों पीछे रह जाएं, ये असमानता किसी भी देश के लिए ठीक नहीं है. भारत में भी जो हमारा पूर्वी हिस्सा रहा है, ये पूर्वी भारत नॉर्थ ईस्ट के राज्य, विकास की इतनी संभावना होने के बावजूद इन्हें देश में हो रहे विकास का उतना लाभ नहीं मिला, जितना मिलना चाहिए था. यूपी में भी जिस तरह की राजनीति हुई, जिस तरह से लंबे समय तक सरकारें चलीं, उन्होंने यूपी के संपूर्ण विकास पर ध्यान ही नहीं दिया. यूपी का ये क्षेत्र तो माफियावाद और यहां के नागरिकों को गरीबी के हवाले कर दिया गया था.