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Purvanchal Conclave: निषादों को अलग से आरक्षण मिलना चाहिए : संजय निषाद

संजय निषाद ने कहा कि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी दोनों के साथ काम किया लेकिन कुछ नहीं मिला.  

Updated on: 23 Nov 2021, 06:32 PM

highlights

  • संजय निषाद ने भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत पर बड़ा आरोप लगाया
  • राकेश टिकैत अगर किसानों की बात करते हैं तो उनके बीच रहें, आढ़तियों के बीच नहीं
  • आरक्षण के मुद्दे पर पिछली सरकारों में बात करने तक की छूट नहीं थी

 

गोरखपुर:

उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होना है. पूर्वांचल पर बीजेपी का इस बार खासा ध्यान है. पिछले कुछ दिनों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी पूर्वांचल में कई सौगात दे चुके हैं. पूर्वांचल के मुद्दों और विकास को लेकर न्यूज स्टेट के पूर्वांचल कॉन्क्लेव में आज विभिन्न पार्टी के नेताओं ने अपने विचार रखे. समारोह में पहुंचे निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद ने कहा कि निषादों को अलग से आरक्षण मिलना चाहिए. उन्होंने कहा कि आरक्षण के मुद्दे को लेकर बीजेपी से बात हुई है.आरक्षण के मुद्दे पर पिछली सरकारों में बात करने तक की छूट नहीं थी.

किसान आंदोलन पर अपने विचार रखते हुए संजय निषाद ने भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत पर बड़ा आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि, "राकेश टिकैत अगर किसानों की बात करते हैं तो उनके बीच रहें, आढ़तियों के बीच नहीं." उन्होंने मांग की कि किसान अपनी फसल का दाम खुद तय करे जैसे व्यापारी करता है. उन्होंने कहाकि किसान कानून वापस लेने पर मैं पीएम मोदी को धन्यवाद देना चाहता हूं.  

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संजय निषाद ने कहा कि आगर फूलनदेवी को न्याय मिला होता तो वह बंदूक ना उठातीं. आरक्षण का दायरा बढ़ाने की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि आज आरक्षण पर सिर्फ तीन हजार परिवारों ने कब्जा कर रखा है. मछुआरों को अगर उनका हक दिया होता तो पार्टी बनाने की जरूरत ना होती. 

समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी द्वारा खुद को ठगने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि सपा और बसपा दोनों के साथ काम किया लेकिन कुछ नहीं मिला.  

देश औऱ प्रदेश में बेरोजगारी का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने कहा कि गोरखपुर के युवकों को रोजगार नहीं मिल रहा है. स्थानीय स्तर पर युवकों को रोजगार देना चाहिए. बेरोजगारी से बड़ा कोई खतरा नहीं हो सकता. इस दौरान संजय निषाद ने कहा कि अब तक अब तक 13 किताबें लिख चुका हूं.