मंदिर में नमाज पढ़ने का मकसद उप्र में तनाव पैदा करना है : मंत्री
29 अक्टूबर को मंदिर में 'नमाज' पढ़ने वाले फैसल खान को 2 नवंबर को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था. कथित तौर पर उसने इस साल की शुरुआत में दिल्ली के शाहीनबाग और अन्य स्थानों पर हुए नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के विरोध प्रदर्शन में भी भाग लिया था.
नई दिल्ली:
मथुरा के रहने वाले उत्तर प्रदेश के मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण ने कहा है कि मंदिर के अंदर 'नमाज' पढ़ने जैसा काम 'राज्य में तनाव पैदा करने के लिए किया गया था.' उन्होंने कहा, मंदिर के अधिकारी फैसल खान को नहीं जानते हैं. इस तरह की घटना पहले कभी नहीं हुई. मुझे इस पूरे मामले में दुष्प्रचार की बू आ रही है. एक मुस्लिम व्यक्ति ने उन्हें यहां तक कहा कि यह 'नमाज' करने की जगह नहीं है, लेकिन वे दिखाना चाहते थे कि वे इतने ताकतवर हैं कि वे नंद बाबा के मंदिर में प्रवेश कर सकते हैं और नमाज पढ़ सकते हैं. यह सब सौहार्दपूर्ण माहौल को खत्म करने के लिए किया जा रहा है.
29 अक्टूबर को मंदिर में 'नमाज' पढ़ने वाले फैसल खान को 2 नवंबर को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था. कथित तौर पर उसने इस साल की शुरुआत में दिल्ली के शाहीनबाग और अन्य स्थानों पर हुए नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के विरोध प्रदर्शन में भी भाग लिया था. वह दिल्ली स्थित संगठन 'खुदाई खिदमतगार' का संस्थापक है. मंत्री ने दावा किया, ऐसे लोग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को परेशान करना चाहते थे, जो सनातन धर्म के प्रबल अनुयायी हैं. लेकिन उप्र की कानून व्यवस्था पर मुख्यमंत्री की पकड़ इतनी मजबूत है कि ऐसे षड्यंत्र कभी सफल नहीं होंगे.
वहीं मंगलवार को उत्तर प्रदेश के मथुरा स्थित गोवर्धन इलाके की ईदगाह में चार युवकों को गिरफ्तार किया गया है. ये चार युवक ईदगाह में हनुमान चालीसा का पाठ कर रहे थे. इससे पहले नंदगांव मंदिर परिसर में नमाज पढ़ते हुए दो मुस्लिम युवकों को गिरफ्तार किया गया था. अब हिंदू युवकों ने इस तरह का काम किया. बताया जा रहा है कि मंगलवार सुबह चारों युवकों ने हनुमान चालीसा पढ़ा और इसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. जिसके बाद पुलिस एक्शन में आई और चारों युवकों को हिरासत में ले लिया.
मथुरा के नंदबाबा मंदिर में नमाज अदा करने वाले फैजल खान को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था. एसएसपी गौरव ग्रोवर ने इस बात की जानकारी मीडिया से बातचीत के दौरान दी. इन आरोपियों को हिरासत में लेकर दिल्ली से मथुरा लाया गया जहां पुलिस फैजल खान से मामले के बारे में पूछताछ करेगी कि उन लोगों ने ऐसा क्यों किया. आपको बता दें कि इसके पहले सोमवार को मंदिर के सेवायत कान्हा गोस्वामी ने फैसल खान, मोहम्मद चांद, नीलेश और आलोक नाम के युवकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी. धारा 153-A, 295 ,505, के तहत बरसाना थाने में FIR दर्ज की गई थी. इन सभी युवकों पर मंदिर की मर्यादा का उल्लंघन और हिंदू समाज के लोगों की भावनाओं को आहत पहुंचाने का आरोप लगाया गया है.
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