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प्रियंका ने CM फेस को लेकर अपनी टिप्पणी वापस लीं, अब कही ये बात 

उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने शुक्रवार को एआईसीसी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में स्पष्ट संकेत दिया था कि वह उत्तर प्रदेश चुनाव में पार्टी का चेहरा हैं.

Updated on: 22 Jan 2022, 11:43 AM

लखनऊ:

UP Election 2022 : कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा है कि वह उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी का एकमात्र चेहरा नहीं हैं और शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन में उनकी टिप्पणी इस मुद्दे पर मीडिया से बार-बार पूछे गए सवालों के जवाब में पार्टी का चेहरा थोड़ा बढ़ा-चढ़ाकर बनाया गया. एक विशेष साक्षात्कार में उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी तय करती है कि मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा और कुछ राज्यों में ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया जाता है. मैं ये नहीं कह रही हूं की मैं ही चेहरा हूं. वो तो मैंने थोड़ा चिढ़कर कह दिया क्योंकि बार-बार आप लोग यही सवाल कर रहे हैं. प्रियंका ने कहा, इतने सारे राज्य हैं और उनके पास प्रभारी हैं चाहे वह कांग्रेस हो या भाजपा. क्या आप उनसे पूछते हैं कि वे मुख्यमंत्री पद का चेहरा हैं या नहीं? आप उनसे क्यों नहीं पूछते? यह सवाल मुझसे क्यों किया जा रहा है?

CM फेस को लेकर प्रियंका ने दिया था संकेत

उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने शुक्रवार को एआईसीसी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में स्पष्ट संकेत दिया था कि वह उत्तर प्रदेश चुनाव में पार्टी का चेहरा हैं. प्रियंका ने कहा था कि आपको किसी और का चेहरा दिख रहा है कांग्रेस पार्टी की तरफ से? तो फिर? अब दिख तो रहा है न सब जग मेरा चेहरा. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह भी कहा था कि उनके उत्तर प्रदेश चुनाव लड़ने पर कोई फैसला नहीं लिया गया है. उन्होंने एक साक्षात्कार में कहा, जब यह तय हो जाएगा तो आपको पता चल जाएगा. हमने अभी तक इस पर कोई फैसला नहीं किया है.

प्रियंका ने कहा- पार्टी का अपना तरीका है
यह पूछे जाने पर कि क्या उत्तर प्रदेश में पार्टी के मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने में कोई झिझक है, उन्होंने कहा, झिझक कहां है. हमारी पार्टी कुछ जगहों पर मुख्यमंत्री का चेहरा तय करती है, कुछ जगहों पर हम नहीं. यह हमारी पार्टी का तरीका है, इसमें कोई झिझक नहीं है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने चुनाव लड़ने का फैसला किया है, जबकि बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस महीने की शुरुआत में आगामी चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया था.