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लोकसभा चुनाव

प्रियंका गांधी वाराणसी में CAA के विरोध में जेल गए लोगों से मिलेंगी

गौरतलब है कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी नागरिकता संसोधन कानून (सीएए) के विरोध में हुए प्रदर्शनों के दौरान मारे गए लोगों के परिजनों को पत्र भेजकर अपनी सहानभूति प्रकट कर रही हैं.

Updated on: 08 Jan 2020, 07:01 PM

वाराणसी:

नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर देशभर में विरोध हो रहा है. बीते दिनों में उत्तर प्रदेश समेत देश में कई स्थानों पर सीएए को लेकर जमकर बवाल मचा. शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन हिंसा में बदल गए. उत्तर प्रदेश में कई लोगों की जानें भी इसमें चली गई तो पुलिस ने तमाम लोगों को पकड़ सलाखों में डाल दिया. वाराणसी में भी ऐसे ही हालात बने थे. यहां भी सीएए का विरोध कर रहे कई लोगों को पुलिस ने जेल भेज दिया. अब सीएए के विरोध में प्रदर्शन करने के दौरान जेल गए लोगों से कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी मुलाकात करने जाएंगी. प्रियंका गांधी का 10 जनवरी को वाराणसी का दौरा है.

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गौरतलब है कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका ने हाल ही में नागरिकता संसोधन कानून (सीएए) के विरोध में हुए प्रदर्शनों के दौरान मारे गए लोगों के परिजनों को पत्र भेजकर अपनी सहानभूति प्रकट की थी. प्रियंका ने पत्र में लिखा था, 'अपनों का खोना क्या होता है, मैं दिल की गहराइयों से समझती हूं. आपके साथ जो हुआ, उसकी कोई भरपाई तो नहीं की जा सकती है. लेकिन ऐसे मौके पर एक-दूसरे का हाथ थामने से मन को तसल्ली मिलती है. आप कतई अपने आप को अकेला न समझें. हौसला न खोएं. हम आपके साथ हैं. हमें आगे बढ़ना है और इंसाफ की मांग मजबूत करनी है. इंसान को बांटने वाली ताकतें मुल्क को कमजोर कर रही हैं. हमें अपने प्यारे मुल्क और संविधान को बचाने के लिए लड़ना है. जब भी और जहां भी हमारी जरूरत हो, आवाज देने में हिचक न करें. आपकी साथी प्रियंका गांधी वाड्रा.'

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उधर, कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने सरकार पर नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा की न्यायिक जांच कराने से भागने का आरोप लगाया है. लल्लू ने कहा कि सीएए और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन में प्रदेश में पुलिस की गोली से 23 लोग मारे गए हैं और 150 से अधिक लोगों को जेल भेजा गया है. लेकिन इस मामले की न्यायिक जांच कराने से राज्य सरकार भाग रही है.

उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी वाड्रा लोगों के दु:ख-दर्द में शामिल हो रही हैं तो सरकार को तकलीफ होती है. दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में रविवार शाम हुई हिंसा के मामले में लल्लू ने आरोप लगाया कि केंद्र की मोदी सरकार छात्रावासों में अपने गुंडे भेजकर छात्र-छात्राओं को पिटवा रही है.