राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बोले- शील के बिना शिक्षा ज्ञान की तलवार अधूरी

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद गुरुवार से उत्तर प्रदेश के चार दिवसीय दौरे पर हैं. राष्ट्रपति कोविंद ने लखनऊ में बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के 9वें दीक्षांत समारोह को संबोधित किया.

author-image
Deepak Pandey
एडिट
New Update
President

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद( Photo Credit : Twitter)

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद गुरुवार से उत्तर प्रदेश के चार दिवसीय दौरे पर हैं. राष्ट्रपति कोविंद ने लखनऊ में बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के 9वें दीक्षांत समारोह को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि हाल ही में संपन्न हुए टोक्यो ओलंपिक में हमारी बेटियों ने मान बढ़ाया है. समान अवसर मिलने पर बेटियां उन्नत दिशा में बढ़ती हैं. आज भी इस समारोह में बेटियों को सम्मानित किया गया है. उनकी संख्या अधिक थी. बाबा साहेब का यही सपना था. उन्होंने महिलाओं के लिए कई कार्य किए. उस दौर में महिला अधिकार के लिए ये सोचना भी एक गुनाह होता था, लेकिन उन्होंने इसे किया.

Advertisment

यह भी पढ़ें : तालिबान को ललकारने वाले पंजशीर की घाटी में ऐसा क्या है जहां घुटने टेकने को मजबूर हुईं रूस जैसी शक्तियां  

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि आज यहां उपाधियां और पदक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई और साधुवाद. यह एकमात्र विश्वविद्यालय है, जहां मैं किसी समारोह में दूसरी बार आया हूं. यहां बाबा साहेब के विचारों का समावेश होता है. यहां उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को अलग से पुरस्कृत किया जाता है. यहां समतामूलक संस्कारों को दिया जाता है.

यह भी पढ़ें : 140 अफगान सिखों को भारत में गुरु तेग बहादुर की जयंती में शामिल होने से तालिबान ने रोका

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की अपनी पिछली यात्रा के दौरान मुझे बाबा साहेब अंबेडकर के सांस्कृतिक केंद्र का शिलान्यास करने का अवसर मिला था. बाबा साहेब एक शिक्षाविद समाजसुधारक, विधिवेत्ता तो थे ही साथ ही वो एक विशेषज्ञ थे. बाबा साहेब के पुस्तकों में आपको कई उल्लेख मिलेंगे जिसकी मदद से आप अपना निर्माण करने में सहायक होंगे. उन्होंने कहा था कि शील के बिना शिक्षा अधूरी है. शील के बिना शिक्षा ज्ञान की तलवार अधूरी है.

यह भी पढ़ें : पंजशीर के सीमावर्ती इलाकों में पहुंचा तालिबानी लड़ाके, दोनों के बीच आमने-सामने की लड़ाई की नौबत

राष्ट्रपति ने आगे कहा कि आप सबके विश्विद्यालय के मूल तत्व में शब्द दिए गए प्रज्ञा शील और करुणा बाबा साहेब ने इसे प्रतिपादित किया है. बाबा साहेब ने बुद्ध संत कबीर ज्योतिबाफुले को अपना ईश्वर माना है.

HIGHLIGHTS

  • राष्ट्रपति ने बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विवि के दीक्षांत समारोह को किया संबोधित 
  • टोक्यो ओलंपिक में हमारी बेटियों ने देश का मान बढ़ाया है : रामनाथ कोविंद
Babasaheb Bhimrao Ambedkar University Lucknow president-ram-nath-kovind President visit up President visit Uttar Pradesh
      
Advertisment