Mahakumbh 2025 Stampede: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में हुए हादसे के बाद से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार आयोजन की निगरानी कर रहे हैं. अब उन्होंने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से ट्रेनों के संचालन सहित रेलवे स्टेशनों की व्यवस्थाओं को लेकर चर्चा की है. ऐसे में अब कयास लगाए जा रहे हैं शाही स्नान को लेकर कुछ ट्रेनों की संख्या में इजाफा होगा.
वरिष्ठ अधिकारियों की बुलाई बैठक
वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री ने बुधवार रात को भी वरिष्ठ अधिकारियों को तलब कर महाकुंभ में श्रद्धालुओं के आवागमन और सुविधाओं के बारे में चर्चा की और आवश्यक निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि जिन रास्तों से श्रद्धालु आ रहे हैं, वहां के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए. सीएम ने कहा कि रास्ते में श्रद्धालुओं की सुविधाओं में कोई कमी नहीं होनी चाहिए, अधिकारियों को उनकी जरूरतों का ख्याल रखना होगा.
वीआईपी मूवमेंट पर रहेगा प्रतिबंध
बता दें कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि अमृत स्नान और सभी प्रमुख स्नान पर्वों पर वीआईपी मूवमेंट मेला क्षेत्र में प्रतिबंधित रहे. वहीं मौनी अमावस्या के बाद भी प्रयागराज के सभी घाटों पर श्रद्धालुओं का सैलाब है. गुरुवार को भी यहां 2 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाने पहुंचे थे.
भगदड़ के बाद किए गए ये पांच बदलाव
- मौनी अमावस्या के दिन हुई भगदड़ के बाद पूरे कुंभ क्षेत्र को नो-व्हीकल जोन घोषित किया गया है. अब कोई भी वाहन मेला क्षेत्र में प्रवेश नहीं कर पाएगा.
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महाकुंभ में हुए इस हादसे के बाद प्रशासन ने वीवीआईपी एंट्री पर भी रोक लगा दी है.
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श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन ने वन-वे-रूट को लागू किया गया है ताकि आवाजाही व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाया जा सके.
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इसके अलावा वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है. साथ ही पड़ोसी जिलों से प्रयागराज आने वाले वाहनों को जिले की सीमाओं पर रोका जा रहा है, ताकि भीड़ काबू में रहे.
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महाकुंभ के दौरान पूरे शहर में चार पहिया वाहनों के प्रवेश को प्रतिबंधित कर दिया गया है ताकि शांति और सुरक्षा व्यवस्था बनी रहे.
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