प्रयागराज में महास्नान की तैयार को लेकर संगम नोच पर खास व्यवस्था की गई है. पिछली बार यहां पर मौनी अमावस्या के मौके पर भगदड़ मच गई थी. ट्रैफिक को लेकर प्रशासन पूरी तरह से सर्तक है. संगम तक आने जाने वाले रास्ते पर पुलिस ने खास इंतजाम किए हैं. यहां पर जगह-जगह पर बैरिकेडिंग की गई है. भीड़ बढ़ने पर रास्ता अवरुद्ध न हो इसके लिए वैकल्पिक रास्ते भी तैयार किए गए हैं.
आवाजाही को बेहतर करने का प्रयास हो रहा
यातायात व्यवस्था को लेकर रेलवे ने खास तैयारी की है. इससे लोगों की आवाजाही को बेहतर करने का प्रयास हो रहा है. प्रयागराज स्टेशन और बाकी स्टेशनों पर सीसीटीवी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस कैमरों की भी सहायता ली जा रही है.
प्रयागराज में रविवार को रेलवे ने 330 स्पेशल ट्रेनों से 12.5 लाख यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया. सोमवार को रेलवे ने प्रयागराज से 334 स्पेशल ट्रेनों से 14.40 लाख लोगों कुंभ में स्नान के बाद अपने घरों तक पहुंचाया.
स्पेशल ट्रेनों से पहुंचाया जा रहा
बुधवार को कुछ इसी तरह लोगों को स्नान होने के बाद स्पेशल ट्रेनों से उनके शहरों तक पहुंचाया जा रहा है. बताया जा रहा है कि दोपहर 3 बजे तक 164 स्पेशल ट्रेनों से 8.61 लाख श्रद्धालुओं को उनके घरों तक ले जाया गया.
व्यवस्थाओं पर पैनी नजर बनी हुई है
इसके साथ में रेलवे स्टेशनों पर करीब 1186 सीसीटीवी कैमरों से केंद्रीय मंत्रालय के वॉर रूम से प्रयागराज स्टेशनों पर व्यवस्थाओं पर पैनी नजर बनी हुई है. रेलवे स्टेशन पर आने जाने का रास्ता भी श्रद्धालुओं के लिए बनाया गया है ताकि भीड़ एक जगह पर एकत्र न हो.
मेला प्रशासन के अनुसार, 13 जनवरी से 9 फरवरी के बीच 43.57 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगा चुके हैं. वहीं सिर्फ रविवार को सुबह से रात 8 बजे तक 1.57 करोड़ लोगों ने गंगा में डुबकी लगाई है. रेलवे ने प्रयागराज स्टेशन पर यात्रियों को 4 ज़ोन में बांटा है जिसमें रंगों के आधार पर तय किया जा रहा है कि किस ज़ोन में किस यात्री को सफ़र कर रहा है इसके आलावा यात्रियों को स्टेशन पर ख़ास वेटिंग एरिया बनाया गया है जिससे श्रद्धालुओं को दिक्कतें न हों