लखनऊ:
कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस के गठबंधन की सरकार मंगलवार को गिर गई है. कर्नाटक विधानसभा में मंगलवार को विश्वासमत प्रस्ताव पेश किया गया था, जिसमें एचडी कुमारस्वामी बहुमत साबित करने में असफल रहे. कुमारस्वामी के पक्ष में 99 वोट तो बीजेपी के पक्ष में 105 वोट पड़े हैं.
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इसके साथ ही 14 महीने में ही एचडी कुमारस्वामी की सरकार गिर गई. कुमारस्वामी सरकार गिरने के बाद बीजेपी के दफ्तर में जश्न का माहौल है. कर्नाटक में सरकार गिरने के बाद कांग्रेस के पूर्व राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने न्यूज स्टेट में खास बातचीत में कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी के लिए सिद्धांत बनाया था कि 75 साल से ऊपर वाले सक्रिय राजनीति में नहीं रहेंगे, येदुरप्पा उस सीमा से उम्र दराज राजनेता है.
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क्या पार्टी अपने ही सिद्धांत को तोड़कर येदुरप्पा को कमान देगी कर्नाटक की ,वह भी तब जब एक बार यह तो वह खुद पार्टी से बगावत करके बीजेपी के खिलाफ अपने उम्मीदवारों को उतार चुके हैं. यह पूछे जाने पर कि क्या बीजेपी मध्य प्रदेश में सरकार को गिरा सकती है इस पर तिवारी ने कहा कि कर्नाटक में पूरी तरह से गठबंधन की सरकार थी, लेकिन मध्य प्रदेश में लगभग बहुमत कांग्रेस के पास है, लिहाजा विधायकों को खरीदने की जो मंडी कर्नाटक में नजर आई, वह भोपाल में भाजपा नहीं लगा पाएगी.
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कई नेताओं की सुरक्षा में कमी करने की बात पर उन्होंने कहा कि अमित शाह से पहले भी बीजेपी की सरकार थी, तब भी आईबी की रिपोर्ट आती थी. सुरक्षा में कमी की जाती है लेकिन ,अगर एक नेता को जेड कैटेगरी की सुरक्षा मिली हो और उसकी सुरक्षा एकदम से समाप्त कर दी जाए तो अपने आप में सवाल उठते हैं. इससे क्या साफ है कि गृहमंत्री यह जताना चाहते हैं कि वह जो चाहे वह कर सकते हैं.