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सांकेतिक तस्वीर Photograph: (Social)
PM Surya Ghar Free Electricity Scheme: उत्तर प्रदेश में अब घरों की छत पर सोलर पैनल लगवाना और किफायती हो जाएगा. केंद्र सरकार की ‘पीएम सूर्य घर योजना’ के तहत 22 सितंबर से जीएसटी दरों में कमी लागू होने जा रही है. इसका सीधा फायदा उपभोक्ताओं को मिलेगा. नई दरों के बाद प्रति किलोवाट सोलर लगवाने पर 3,000 से 9,000 रुपये तक की बचत संभव होगी.
कितनी मिलेगी सब्सिडी, क्या होगी नई लागत
योजना के अनुसार, उपभोक्ताओं को केंद्र सरकार की ओर से आकर्षक सब्सिडी दी जाती है. उदाहरण के तौर पर, 1 से 3 किलोवाट तक का सोलर सिस्टम लगवाने पर 14,000 से 78,000 रुपये तक की सब्सिडी मिलती है. जीएसटी घटने के बाद अब कुल लागत पहले की तुलना में और भी कम हो जाएगी. हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि यह आंकड़े अनुमानित हैं और वास्तविक खर्च में परिवहन व लॉजिस्टिक लागत के कारण कुछ अंतर हो सकता है.
बढ़ेगा ‘पीएम सूर्य घर’ योजना का क्रेज
यूपीनेडा (उत्तर प्रदेश नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा विकास एजेंसी) के अधिकारियों का मानना है कि जीएसटी दरों में कमी आने से इस योजना की लोकप्रियता कई गुना बढ़ जाएगी. उनका कहना है कि अभी पितृपक्ष के कारण आवेदन की रफ्तार थोड़ी धीमी हुई है, लेकिन जैसे ही नई दरें लागू होंगी, वेंडर्स और उपभोक्ता दोनों ही ज्यादा सक्रिय हो जाएंगे. वर्तमान में भी हर दिन हजारों लोग इस योजना के लिए आवेदन कर रहे हैं.
बिजली बिल से राहत और पर्यावरण को फायदा
रूफटॉप सोलर पैनल लगाने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे बिजली बिल में बड़ी बचत होती है. उपभोक्ता अपनी खपत के अनुसार बिजली बना सकते हैं और अतिरिक्त उत्पादन को ग्रिड में भी दे सकते हैं. इससे न केवल घरों का खर्च घटता है, बल्कि पर्यावरण को भी लाभ होता है. सौर ऊर्जा से कोयले और डीजल जैसे पारंपरिक स्रोतों पर निर्भरता कम होती है, जिससे प्रदूषण घटाने में मदद मिलती है.
केंद्र सरकार की ओर से दी जा रही सब्सिडी और अब घटा हुआ जीएसटी मिलकर सोलर पैनल लगाने को बेहद सस्ता बना देंगे. विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश में रूफटॉप सोलर की मांग तेज़ी से बढ़ेगी. यह कदम ऊर्जा बचत और हरित पर्यावरण की दिशा में बड़ा योगदान साबित होगा.
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