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उत्तर प्रदेश: प्रतापगढ़ में सीएम योगी के ड्रीम प्रोजेक्ट में मची लूट, CM योगी से शिकायत

उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ ज़िले में सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के ड्रीम प्रोजेक्ट में ऊपर से नीचे तक लूट मची हुई है. वित्तीय अनियमितता के बाद मेडिकल कॉलेज के निर्माण में अब निर्माण सामग्री की चोरी का मामला सामने आया है.

Updated on: 09 Feb 2021, 10:45 PM

प्रतापगढ़:

उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ (Pratapgarh) ज़िले में सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के ड्रीम प्रोजेक्ट में ऊपर से नीचे तक लूट मची हुई है. वित्तीय अनियमितता के बाद मेडिकल कॉलेज के निर्माण में अब निर्माण सामग्री की चोरी का मामला सामने आया है, जिससे जिले में हड़कंप मच गया है. टेंडर पाने वाले संस्था UPRNN लिमिटेड के कार्य को लेकर सदर विधायक ने सीएम योगी आदित्यनाथ से शिकायत की है, लेकिन प्रशासन ने इस मामले में चुप्पी साधी है. प्रतापगढ़ के पूरे केशवराय में बन रहा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट मेडिकल कॉलेज में हो रही वित्तीय अनियमितता, घटिया मैटेरियल के इस्तेमाल को लेकर सदर से अपना दल और भाजपा के संयुक्त विधायक राजकुमार पाल ने सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की और उनसे पूरे मामले की शिकायत भी की थी, लेकिन उनकी शिकायत को नजरअंदाज करके लगातार घटिया सामग्री का इस्तेमाल करने का काम किया जा रहा है.

इसी दौरान सोमवार देर शाम सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें मेडिकल कॉलेज के नॉट फॉर सेल की सीमेंट लेकर ट्रैक्टर ड्राइवर, मेडिकल कॉलेज निर्माण एजेंसी के प्रोजेक्ट मैनेजर नवीन मिश्रा के ड्राइवर राम आसरे के घर कटरा महकनी जा रहा था, लेकिन रास्ते में उसे सिविल लाइन चौकी इंचार्ज ने पकड़ लिया और ड्राइवर को भी हिरासत में ले लिया. इसकी जानकारी होने के बाद सदर विधायक राजकुमार पाल ने मीडिया से रूबरू होते हुए बताया कि वह कुछ दिन पूर्व भी सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मेडिकल कॉलेज में हो रही धांधली की शिकायत किए थे, लेकिन प्रतापगढ़ का जो प्रशासनिक अमला है वह सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है और ऐसे फर्म के ठेकेदारों के ऊपर कोई कार्रवाई करने की बजाए उसकी लीपापोती कर रहा है, जिससे सरकार की छवि धूमिल हो रही है. 

सदर विधायक राजकुमार पाल ने आरोप लगाया है कि मेडिकल कालेज के निर्माण में अभी तक तो घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा था, लेकिन अब रेती गिट्टी और सीमेंट भी बेची जा रही है, जिसकी शिकायत वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से करेंगे. वहीं, बेहद संवेदनशील मामले में प्रशासनिक अमला कुछ भी बोलने से साफ बच रहा है.