देश के कई हिस्सों में सीएए (Citizenship Amendment Act) का विरोध हो रहा है. इसी के साथ कई तरह की अफवाहें भी जोर पकड़ रही हैं. इन्हीं अफवाहों के कारण कई बार लोगों की जान पर बन आती है. शनिवार को मेरठ (Meerut) में भी कुछ ऐसा ही हुआ. यहां पोलियो का ड्राप पिलाने के लिए गई टीम को लोगों ने नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर (National Population Register) टीम समझकर बंधक बना लिया और मारपीट की. इसके साथ ही उनके सरकारी रजिस्टर भी फाड़ दिए. वैक्सीन छीन लिया. करीब एक घंटे तक हंगामा चलता रहा. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने पहुंचकर लोगों को समझाया और टीम को किसी तरह वहां से सुरक्षित निकाला. इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ लिसाड़ी गेट थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है.
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जानकारी के मुताबिक पल्स पोलियो टीम में स्टाफ नर्स नीतू और सपोर्ट स्टाफ दीपक शनिवार की सुबह लिसाड़ी गेट के लखीपुरा गली-22 स्थित घरों में बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाने के लिए पहुंचे थे. यहां एक घर में परिजनों ने बच्चों को दवा पिलाने से मना कर दिया. इस पर टीम ने उन बच्चों व परिजनों से उनका नाम पूछना शुरु कर दिया. आरोप है कि परिजनों ने नाम नहीं बताया साथ ही अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया.
दो युवकों ने दीपक की शर्ट का कॉलर पकड़ लिया और पोलियो वैक्सीन और सरकारी दस्तावेज छीन लिए. स्टाफ नर्स नीतू को कमरे में बंद कर दिया गया. हंगामा सुन कर मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई. भीड़ ने कहा कि तुम एनपीआर की टीम वाले लोग हो. तुम्हें नहीं छोड़ेंगे. भीड़ ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की.
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हंगामे के दौरान दोनों सदस्यों ने अपना परिचय पत्र दिखाया. लेकिन भीड़ कुछ भी सुनने को तैयार नहीं हुई. किसी तरह दीपक ने प्रभारी चिकित्साधिकारियों को फोन कर इस घटना के बारे में जानकारी दी. लखीपुरा UPHC के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. कदीर अहमद अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे. WHO की फील्ड मॉनीटर भी घटनास्थल पर पहुंचीं. किसी तरह भीड़ को शांत करा कर दोनों कर्मचारियों को निकाला गया.
दंगा कराने की दी धमकी
जानकारी के मुताबिक इमरान नाम के एक शख्स ने भीड़ को उकसाया था. वह एक स्कूल का संचालक है. उसने स्वास्थ्य विभाग की टीम को जान से मारने और शहर में दंगा कराने तक की धमकी दे डाली. मामला बढ़ता देख जैसे-तैसे स्वास्थ्य विभाग की टीम वहां से निकली. स्टाफ नर्स ने समर गार्डन पुलिस चौकी पहुंचकर छेड़छाड़, बंधक बनाने, सराकारी कार्य में बाधा डालने, डकैती, मारपीट जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा लिखाया है.
Source : News Nation Bureau