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आपदा के समय 'धैर्य' हमारा सबसे बड़ा मित्र होता हैः सीएम योगी आदित्यनाथ

सीएम योगी ने कहा कि जब कोरोना काल में जब जनता व हेल्थ वर्कर्स के मनोबल को बढ़ाने की आवश्यकता थी, तब कुछ लोगों ने उनके मनोबल को गिराने व भय का वातावरण उत्पन्न करने की चेष्टा की.

Updated on: 17 May 2021, 04:42 PM

highlights

  • सीएम योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर बोला हमला
  • सीएम योगी ने कोरोना योद्धाओं की तारीफ की
  • मुजफ्फरनगर जिले में ऑक्सीजन के 6 नए प्लांट

लखनऊ:

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना काल में विपक्ष के हमलों का जवाब देते हुए कोरोना योद्धाओं की प्रशंसा की. सीएम योगी ने कहा कि जब कोरोना काल में जब जनता व हेल्थ वर्कर्स के मनोबल को बढ़ाने की आवश्यकता थी, तब कुछ लोगों ने उनके मनोबल को गिराने व भय का वातावरण उत्पन्न करने की चेष्टा की. लेकिन सभी लोगों के सहयोग से आज स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है. यह प्रसन्नता का विषय है कि मुजफ्फरनगर जनपद में भी ऑक्सीजन के 6 नए प्लांट लगाए जा रहे हैं. यहां पर पहले से 4 प्लांट थे, अब 6 नए प्लांट प्रस्तावित किए गए हैं जिनको उत्तर प्रदेश सरकार यहां लगाने जा रही है. यह इस क्षेत्र में ऑक्सीजन की आपूर्ति में अत्यधिक सहायक सिद्ध होंगे.

इसके पहले रविवार को यूपी के सीएम योगी ने कोविड (COVID-19) से रिकवर होने वाले मरीजों का मुफ्त इलाज करवाने का एलान किया है. लॉकडाउन के प्रभाव को देखते हुए योगी सरकार (Yogi Government) ने कोरोना कर्फ्यू (Corona Curfew) को एक हफ्ते के लिए और बढ़ा दिया है. अब पूरे प्रदेश में 24 मई तक कोरोना कर्फ्यू लागू रहेगा. इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने बड़ी घोषणा की है कि राज्य में ऐसे मरीजों का इलाज मुफ्त किया जाएगा.

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सरकार के इस आदेश का लाभ उन लोगों को मिलेगा जो कोविड के संक्रमण से उबर चुके हैं, लेकिन इसके बाद भी उन्हें कुछ परेशानियां हैं. मुख्यमंत्री ने कहा है कि जो कोविड मरीज निगेटिव हो गए हैं, लेकिन फिर भी उन्हें देखभाल की जरूरत है, तो उन्हें वही चिकित्सा सुविधा दी जाएगी, जो कोविड रोगियों को दी जा रही है.

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उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता के अनुसार मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यभर में कई मरीज जो कोविड से उबर चुके हैं, उन्हें अभी भी समय-समय पर निगरानी और चिकित्सा सहायता की आवश्यकता होती है. कोविड के बाद की देखभाल और उपचार उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि संक्रमण के दौरान. उनकी चिकित्सा का सावधानीपूर्वक मूल्यांकन करने पर स्थिति और आवश्यक देखभाल की तीव्रता के आधार पर ऐसे रोगियों को एल-1 अस्पताल में आवश्यक ऑक्सीजन की उपलब्धता के साथ एक बिस्तर सौंपा जाना चाहिए, जहां कोविड रोगियों की चिकित्सा देखभाल की जाती है.