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Oxygen Crisis: लखनऊ के अस्पताल में 5 मरीजों ने ऑक्सीजन के अभाव में तोड़ा दम!

राजधानी लखनऊ में कोरोना से मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है. लखऊन के गोमतनगर के टेंडर पॉम अस्पताल में पांच मरीजों की मौत हो गई. इसके बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया और अस्पताल के बाहर धरना भी दिया.

Updated on: 30 Apr 2021, 11:06 AM

लखनऊ:

राजधानी लखनऊ में कोरोना से मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है. लखऊन के गोमतनगर के टेंडर पॉम अस्पताल में पांच मरीजों की मौत हो गई. इसके बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया और अस्पताल के बाहर धरना भी दिया. बताया जा रहा है कि ये सभी मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे. परिजनों का आरोप है कि ऑक्सीजन की कमी के कारण ही मरीजों ने दम तोड़ दिया.  इंदिरानगर निवासी रेखा सिंह, पोस्ट कोविड शंकर गुप्ता समेत अन्य मरीजों की जान चली गई. बता दें कि इस समय देश के अस्पतालों में ऑक्सीजन की भारी किल्लत की खबरें सामने आ रही है. ऑक्सीजन की कमी की वजह से अब तक हजारों मरीज की जान जा चुकी हैं. 

आरोप हैं कि 28 अप्रैल की रात करीब आठ बजे ऑक्सीजन का संकट हुआ. मरीज वेंटिलेटर पर थे, नाराज मरीज की परिजन निधि मिश्रा गुरुवार सुबह अस्पताल गेट के बाहर धरना पर बैठ गई.  पुलिस कर्मियों ने समझाकर शांत कराया. अस्पताल में 300 बेड हैं. इसमें कोरोना और अन्य दूसरी बीमारी से पीड़ित भर्ती किए जा रहे हैं. ज्यादातर बेड भरे हैं.  बीती रात से अस्पताल में मौत का तांडव शुरू हुआ. पांच मरीजों की सांसें थम गई,  नाराज परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया. 

इस पूरे मामले पर टेंडर पॉलम अस्पताल प्रशसन ने कहा कि अस्पताल में पांच मरीजों ने इलाज के दौरान दम तोड़ा. मरीजों को बचाने की पूरी कोशिश की गई, लेकिन कामयाबी नहीं मिली. ऑक्सीजन की कमी से किसी भी मरीज की जान नहीं गई. जिन भी मरीजो की मौत हुई है. वह गंभीर थे. तीमारदारों के आरोप बेबुनियाद हैं.

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बता दें कि कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर उत्तर प्रदेश में कम होने का नाम नहीं ले रही है. प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 35,156 नए मरीज मिले हैं जबकि 298 लोगों की मौत हुई है. वहीं, 25,613 लोग डिस्चार्ज हुए. अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में एक्टिव संक्रमितों की तीन लाख 9,237 है. इस बीच हमने टेस्टिंग के काम की गति भी बरकरार रखी है. बीते 24 घंटे में दो लाख 25,312 सैंपल की जांच की गई है.

अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में अब तक 1,00,41,134 लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है. इसमें से 21,56,203 लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज लगी थी.

राजधानी लखनऊ की सबसे ज्यादा खराब है. यहां चैबीस घंटे में 4,126 नए पॉजिटिव केस मिले हैं, जबकि 37 लोगों ने दम तोड़ दिया है. इतने ही वक्त में 4,425 कोरोना संक्रमित लोग ठीक होकर अस्पताल से छुट्टी पा चुके हैं. यहां अब भी 46,299 सक्रिय केस हैं. इसी प्रकार कानपुर में 1896, वाराणसी में 1598, गौतम बुद्ध नगर में 1478, बरेली में 1430 और मुरादाबाद में 1229 नए पॉजिटिव केस मिले हैं.

सरकार होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों को दवा भी उपलब्ध करा रही है. बीते 24 घंटे में जहां 35156 नए संक्रमित मिले हैं, वहीं 25,613 लोग इसके कहर से उबरे भी हैं.

लखनऊ के हज हाउस को बड़े कोविड सेंटर में तब्दील करने काम शुरू हो गया है. इसमें एक बड़ा ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगाया जा रहा है और 25 वेंटिलेटर और आधुनिक सुविधाओं वाला 255 बेड का कोविड अस्पताल बनाया जा रहा है. सरकार का प्रयास है कि यहां पर दस दिन में संक्रमितों को भर्ती करने का काम होने लगे.