उत्तर प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र आज शुरु हुआ था और जैसे ही राज्य की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने दोनों सदनों को संबोधित करना शुरू किया विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया. इतना ही नहीं सपा विधायकों ने हंगामा करते हुए और किसानों के मुद्दे पर विधानसभा से वॉकआउट भी कर दिया. आपको बता दें कि इसके पहले भी सपा विधायक किसानों के मुद्दों को लेकर, पेट्रोल-डीजल के दामों में हुई बढ़ोतरी को लेकर विधानसभा के गेट पर ही विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था. वहीं, बहुजन समाज पार्टी के 7 बागी विधायकों ने स्पीकर से मुलाकात की है.
आपको बता दें कि इसके पहले विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले ही विधानसभा की गेट में विपक्ष के नेता रामगोविंद चौधरी की अगुवाई में सपा विधायकों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया था. देखते ही देखते विधानसभा की वेल में जा पहुंचे समाजवादी पार्टी के विधायकों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. विपक्षी विधायक राज्यपाल के अभिभाषण का विरोध कर रहे थे. सपा नेताओं ने योगी सरकार पर ये आरोप लगाया है कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति ठीक नहीं है. साथ ही सपा ने किसानों का मुद्दा और पेट्रोल-डीजल के दामों में हुई बढ़ोतरी का मसला उठाया. सपा ने कहा कि योगी सरकार हर मोर्च पर फेल साबित हुई है.
आपको बता दें कि इससे पहले सपा के कई विधायक और कार्यकर्ता ट्रैक्टर से विधानसभा के लिए जा रहे थे. इन विपक्षी विधायकों और कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोक लिया. सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी पुलिस ने उनके कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया है. लेकिन लखनऊ पुलिस की ओर से गिरफ्तारी को लेकर कोई बयान नहीं आया है.
पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा, 'चाहे केंद्र की ‘कील ठोको’ बीजेपी सरकार हो या उप्र की ‘ठोको’ बीजेपी सरकार, ये किसान आंदोलन के साथ खड़े जन-समर्थन से डरकर किसानों के प्रतीक तक से भयभीत हैं, इसीलिए उप्र विधानसभा सत्र में ‘ट्रैक्टर’ से विधानसभा जा रहे सपा के विधायक-कार्यकर्ताओं की गिरफ़्तारी की गयी है. यह निंदनीय!'
Source : News Nation Bureau