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ISRO वैज्ञानिकों और उनके परिश्रम पर गर्व, पूरा देश आपके साथ खड़ा है- योगी आदित्यनाथ

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर देश के बड़े दिग्गज नेता और मंत्री इस मिशन के लिए वैज्ञानिकों की प्रशंसा कर रहे हैं.

Updated on: 07 Sep 2019, 10:58 AM

लखनऊ:

लैंडर विक्रम से चंद्रमा के सतह से महज दो किलोमीटर पहले संपर्क टूट जाने के बाद इसरो का 978 करोड़ रुपये लागत वाला चंद्रयान-2 मिशन अंधेरे में झूल गया है. जिससे इसरो वैज्ञानिकों के चेहरों की उदासी है. लेकिन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर देश के बड़े दिग्गज नेता और मंत्री इस मिशन के लिए वैज्ञानिकों की प्रशंसा कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी भारतीय वैज्ञानिकों पर गर्व जताया है.

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मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से एक ट्वीट किया गया है. जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'हमें भारतीय वैज्ञानिकों, उनके परिश्रम, मेधा और विजन पर गर्व है. आप सभी निरंतर हमारे प्रेरणा के स्रोत हैं. पूरा देश आप सभी के साथ खड़ा है.'

इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रात को लैंडर विक्रम की सॉफ्ट लैंडिंग देखते नजर आए. उन्होंने इस वक्त लैंडर विक्रम को सफल बताते हुए इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई दी थी. लेकिन लैंडर से इसरो का संपर्क टूटने के बाद मुख्यमंत्री भी मायूस हो गए और उन्होंने ट्वीट को हटा दिया.

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बता दें कि चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग से पहले ही लैंडर विक्रम का इसरो से संपर्क टूट गया. इससे 978 करोड़ रुपये की लागत वाले चंद्रयान-2 मिशन पर संस्पेंस बढ़ गया है. लैंडर विक्रम को रात करीब 1.38 बजे चांद की सतह पर लाने की प्रक्रिया शुरू की गई, लेकिन चांद पर नीचे की तरफ आते समय 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर जमीनी स्टेशन से इसका संपर्क टूट गया. इससे जहां इसरो के वैज्ञानिकों में निराशा देखने को मिली.

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