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अयोध्या केस के फैसले वाले दिन एक भी हत्या, रेप और चोरी का केस नहीं आया : DGP

उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने बताया है कि अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के दिन यानी 9 नवंबर को यूपी में एक भी संज्ञेय अपराध नहीं दर्ज हुआ है.

Updated on: 14 Nov 2019, 09:42 AM

लखनऊ:

उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने बताया है कि अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के दिन यानी 9 नवंबर को यूपी में एक भी संज्ञेय अपराध नहीं दर्ज हुआ है. डीजीपी ओपी सिंह के मुताबिक 9 नवंबर को उत्तर प्रदेश में हत्या, लूट, अपहरण, दुष्कर्म की एक भी FIR दर्ज नहीं हुई. हालांकि यह अभी नहीं पता चला है कि फैसले के बाद अपराधों में तेजी आई या कमी. यूपी सरकार अपराधों में कमी से खुश है. इसका क्रेडिट भी वह खुद लेना चाहती है.

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डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सरकार की तैयारियों से ही यह संभव हो पाया है. केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि राम मंदिर पर ऐतिहासिक फैसला आने से पहले पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा को लेकर व्यापक स्तर पर तैयारी कर रखी थी. जिसके चलते न केवल अपराधों में कमी दर्ज की गई है.

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बल्कि फैसले के दिन यूपी के किसी भी जिले में कोई बड़ी आपराधिक घटना नहीं घटी. डिप्टी सीएम ने कहा है कि सरकार आगे भी ऐसी कोशिश करेगी कि प्रदेश में अपराध की घटनाओं में कमी हो. इसके लिए यूपी पुलिस अपराध नियंत्रण की दिशा में काम कर रही है.

शिवसेना पर साधा निशाना

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद 20 दिनों तक सरकार बनाने के लिए सियासी खींचतान चली. सियासी खींचतान के बाद भी आखिरकार महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लग गया. महाराष्ट्र चुनाव के सह प्रभारी केशव प्रसाद मौर्य ने इसके लिए शिवसेना को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि शिवसेना ने गठबंधन धर्म का पालन नहीं किया. जिसके कारण राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग हुई.