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देश के सबसे बड़े जेवर एयरपोर्ट के लिए नियाल और ज्यूरिक कंपनी के बीच करार

देश के सबसे बड़े एयरपोर्ट को बनाने के लिए आज करार होगा. नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नियाल) और ज्यूरिक कंपनी के प्रतिनिधि इस पर हस्ताक्षर करेंगे. करार के साथ ही 2023 में उड़ान शुरू होने की उम्मीद दोगुनी हो जाएगी. ज्यूरिक कंपनी के प्रतिनिधि पहले ही भारत आ चुके हैं.

Updated on: 07 Oct 2020, 02:33 PM

नोएडा:

देश के सबसे बड़े एयरपोर्ट को बनाने के लिए आज करार होगा. नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नियाल) और ज्यूरिक कंपनी के प्रतिनिधि इस पर हस्ताक्षर करेंगे. करार के साथ ही 2023 में उड़ान शुरू होने की उम्मीद दोगुनी हो जाएगी. ज्यूरिक कंपनी के प्रतिनिधि पहले ही भारत आ चुके हैं.

अधिकारियों के मुताबिक, नोएडा एयरपोर्ट के निर्माण के लिए ज्यूरिक इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड एजी ने यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के नाम से स्पेशल परपज व्हीकल (एसपीवी) कंपनी बनाई है. इस कंपनी और नियाल में करार होगा. कोरोना को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन प्रेसवार्ता होगी. इसमें कई देशों के मीडिया प्रतिनिधि भी शामिल होंगे.

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जेवर एयरपोर्ट के लिए कई बड़ी कंपनियों ने आवेदन किए थे, लेकिन सबसे ज्यादा राजस्व देने की बोली लगाकर ज्यूरिख ने करीब 29,500 करोड़ रुपये के नोएडा एयरपोर्ट प्रोजेक्ट को हासिल कर लिया. कंपनी ने 400.97 रुपये प्रति यात्री राजस्व देने का प्रस्ताव दिया, जबकि अडानी इंटरप्राइजेज लिमिटेड ने 360 रुपये, दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल) ने 351 रुपये और एनकोर्ज इंफ्रास्ट्रक्चर इनवेस्टमेंट होल्डिंग लिमिटेड ने 205 रुपये प्रति यात्री राजस्व देने की बोली लगाई थी.