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NIA का बड़ा खुलासा, प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन भाजपा कार्यालय को उड़ाने की थी बड़ी साजिश

राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने सोमवार को बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन भाजपा के दफ्तर को उड़ाने की साजिश थी. मगर वह विफल हो गई. 

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Mohit Saxena
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राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने आज यानि सोमवार को हाई-प्रोफाइल बेंगलुरु रामेश्वरम कैफे धमाके के मामले में चार आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है. इस दौरान उसने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि जांच में सामने आया है कि ये आतंकी राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन भाजपा के दफ्तर को उड़ाने की कोशिश में थे. आरोपियों की पहचान मुसाविर हुसैन शाजिब, अब्दुल मथीन अहमद ताहा, माज मुनीर अहमद और मुजम्मिल शरीफ के रूप में सामने आई है. इन चारों आरोपियों को एनआईए ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया था. फिलहाल मामले में सभी आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं.

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इसी वर्ष एक मार्च को रामेश्वरम कैफे, ब्रुकफील्ड, आईटीपीएल बेंगलुरु में आईईडी से यह धमाका किया गया था. इस धमाके में नौ लोग घायल हो गए थे. इसके साथ ही होटल की संपत्ति को काफी नुकसान पहुंचा था. इसके बाद तीन मार्च से ही एनआईए ने मामले की जांच आरंभ कर दी थी. इसमें पता चला कि शाजिब वही शख्स था, जिसने कैफे में बम को प्लांट किया था. ये 2020 से फरार थें.

ISIS के संपर्क में थे आरोपी

एनआईए मामले की जांच कर रही है. आरोपियों की तालाशी को लेकर कई जगह पर छापेमारी की गइ. 42 दिन की छानबीन के बाद बंगाल के एक ठिकाने से सभी को गिरफ्तार किया गया. कर्नाटक के शिवमोग्गा जिले के निवासी ये दोनों लोग ISIS के कट्टरपंथी थें. उन्हें पहले सीरिया में ISIS के क्षेत्रों में हमला करने के ​साजिश रची. वे कई मुस्लिम युवाओं को ISIS की विचारधारा जोड़ने में लगे हुए थे. 

फर्जी दस्तावेजों को डाउनलोड किया

बताया जा रहा है कि ताहा और शाजिब ने फर्जी तरह से भारतीय सिम कार्ड और भारतीय बैंक खातों का उपयोग किया था. इसके साथ ही आरोपियों ने डार्क वेब की सहायता से भारतीय और बांग्लादेशी पहचान को लेकर फर्जी दस्तावेजों को तैयार कराया था. जांच में सामने आया कि ताहा को पूर्व अपराधी शोएब अहमद मिर्जा ने मोहम्मद शहीद फैसल से मिलवाने की कोशिश की थी. ये लश्कर बेंगलुरु साजिश केस में फरार है. 

भजापा का दफ्तर उड़ाने की फिराक में थे आतंकी

जांच में सामने आया है कि आरोपियों को क्रिप्टो करेंसी में फंड प्राप्त हुआ था. इस फंड का इस्तेमाल बेंगलुरु में कई जगह हिंसा को अंजाम देना चाहते थे. इनमें 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन बेंगलुरु के मल्लेश्वरम में भाजपा कार्यालय में धमाका चाहते थे. इस दौरान एक असफल आईईडी हमाला की कोशिश हुई थी. इसके बाद दोनों मुख्य आरोपियों ने रामेश्वरम कैफे धमाको की योजना तैयार की. फिलहाल मामले की जांच हो रही है. 

 

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