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महिलाओं के प्रति अपराधों की जड़ पर प्रहार की जरूरत, नवरात्र में चलाया जाए अभियान : योगी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महिलाओं के प्रति अपराध की जड़ पर प्रहार किए जाने की जरूरत पर जोर देते हुए रविवार को आगामी शारदीय नवरात्र से लेकर वासंतिक नवरात्र तक महिला सुरक्षा और सशक्तीकरण का अभियान चलाने के निर्देश दिए.

Updated on: 11 Oct 2020, 11:41 PM

लखनऊ:

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महिलाओं के प्रति अपराध की जड़ पर प्रहार किए जाने की जरूरत पर जोर देते हुए रविवार को आगामी शारदीय नवरात्र से लेकर वासंतिक नवरात्र तक महिला सुरक्षा और सशक्तीकरण का अभियान चलाने के निर्देश दिए.  राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने यह निर्देश अपने सरकारी आवास पर महिला सुरक्षा और सशक्तीकरण के सम्बन्ध में गृह विभाग के एक प्रस्तुतीकरण के अवसर पर दिए. उन्होंने कहा, ‘‘महिलाओं और बच्चियों के प्रति अपराध की जड़ पर प्रहार करने की जरूरत है. इसके मद्देनजर राज्य में महिला सुरक्षा और सशक्तीकरण के सिलसिले में एक अभियान चलाया जाए. यह मुहिम आगामी शारदीय नवरात्रि से लेकर वासंतिक नवरात्रि तक लगातार चलाई जाए.’’ योगी ने कहा कि अभियान के पहले चरण में महिला सुरक्षा और सशक्तीकरण के सम्बन्ध में व्यापक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएं. उन्होंने कहा कि दूसरे चरण में अभियान को ‘ऑपरेशन’ के रूप में संचालित किया जाए.

इस दौरान महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण के प्रकरणों के सम्बन्ध में प्रवर्तन कार्यवाही की जाए. उन्होंने कहा कि शारदीय नवरात्र के दौरान पूजा पंडालों और रामलीला स्थलों पर कन्या भ्रूण हत्या, महिलाओं के प्रति हिंसा आदि अपराधों पर प्रभावी अंकुश लगाने के संबंध में जागरूकता सृजित करने वाली लघु फिल्मों और नुक्कड़ नाटकों आदि का प्रदर्शन किया जाए. यह माध्यम व्यापक जागरूकता में बड़ी भूमिका निभा सकता है. उन्होंने कहा कि अभियान से सम्बन्धित सभी विभाग सोमवार 12 अक्टूबर की शाम तक अपने द्वारा आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों की एक रूपरेखा तैयार कर प्रस्तुत करें.

उन्होंने पहले चरण में व्यापक जागरूकता कार्यक्रम के लिए ‘मिशन शक्ति’ तथा प्रवर्तन कार्यवाही सम्बन्धी द्वितीय चरण के लिए ‘ऑपरेशन शक्ति’ नाम का सुझाव दिया. योगी ने कहा कि महिला सुरक्षा अभियान के साथ विभिन्न इच्छुक स्वयंसेवी, व्यावसायिक, संगठनों और संस्थाओं को भी जोड़ा जाए. संवाद बनाकर अधिकाधिक संस्थाओं को जोड़ा जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि जनसहभागिता से ही जन आन्दोलन बनता है. इसके दृष्टिगत व्यापक जनसहभागिता के प्रयास किए जाने चाहिए.