logo-image

नरेंद्र गिरि सुसाइड केस : आंनद गिरि समेत 3 आरोपियों की CBI को मिली रिमांड

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि के सुसाइड केस (Narendra Giri suicide case) की जांच सीबीआई ने शुरू कर दी है. महंत नरेंद्र गिरी केस में गिरफ्तार तीन आरोपी आंनद गिरि, आद्या तिवारी और संदीप तिवारी की रिमांड सीबीआई को मिल गई है.

Updated on: 27 Sep 2021, 03:42 PM

नई दिल्ली:

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि के सुसाइड केस (Narendra Giri suicide case) की जांच सीबीआई ने शुरू कर दी है. महंत नरेंद्र गिरी केस में गिरफ्तार तीन आरोपी आंनद गिरि, आद्या तिवारी और संदीप तिवारी की रिमांड सीबीआई को मिल गई है. सीजेएम हरेंद्र नाथ की कोर्ट ने सीबीआई को तीनों आरोपियों की रिमांड 7 दिन के लिए दी है.  तीनों आरोपी मंगलवार सुबह 9 बजे से 4 अक्टूबर शाम 6 तक सीबीआई रिमांड पर रहेंगे. आपको बता दें कि इस मामले की जांच के लिए एजेंसी ने 6 सदस्यीय टीम का गठन किया है.

आपको बता दें कि महंत नरेंद्र गिरि की कथित मौत मामले में सीबीआई ने एफआईआर दर्ज कर ली है और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट, साक्ष्य और प्रयागराज पुलिस द्वारा दर्ज किए गए बयानों सहित मामले के दस्तावेज लेगी. योगी आदित्यनाथ सरकार ने बुधवार देर रात महंत की मौत की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की सिफारिश की थी. कांग्रेस और शिवसेना समेत विपक्षी दलों ने सीबीआई जांच की मांग उठाई थी. कुछ संतों और हिंदू धर्मगुरुओं ने भी महंत नरेंद्र गिरी की मौत की सीबीआई जांच की मांग की थी. इससे पहले प्रयागराज एसएसपी ने मामले की जांच के लिए 18 सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया था. महंत नरेंद्र गिरि को श्रद्धांजलि देने प्रयागराज पहुंचे मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा था कि मामले को जल्द सुलझा लिया जाएगा.

गौरतलब है कि पिछले दिनों महंत नरेंद्र गिरि अपने मठ के एक कमरे में मृत पाए गए थे. पुलिस के मुताबिक, गिरि ने कथित तौर पर पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और श्रीमठ बाघंबरी गद्दी के महंत नरेंद्र गिरि को पूर्ण विधि-विधान से समाधि दी गई. महंत नरेंद्र गिरि ने कथित तौर पर प्रयागराज के बाघंबरी मठ में आत्महत्या करके अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली थी और अपने पीछे एक 7-पृष्ठ का सुसाइड नोट छोड़ दिया था, जो एक तरह की वसीयत भी है. 

राज्य सरकार ने उन परिस्थितियों की जांच के लिए मंगलवार को 18 सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का भी गठन किया था, जिसके कारण संत की मौत हुई थी. एसआईटी सूत्रों के मुताबिक, नरेंद्र गिरि के फोन की कॉल डिटेल की जांच में अब पता चला है कि महंत नरेंद्र गिरि ने हरिद्वार के कुछ प्रॉपर्टी डीलरों को कई कॉल किए और प्राप्त किए. कथित तौर पर बाघंबरी मठ की हरिद्वार में काफी संपत्ति है. सूत्रों ने बताया कि एसआईटी ने प्रॉपर्टी डीलरों समेत 18 लोगों को पूछताछ के लिए तलब किया जा चुका है. महंत की मौत के तुरंत बाद ली गई एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी. वीडियो में, महंत द्वारा कथित तौर पर अपनी जीवन लीला समाप्त करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली पीली नायलॉन की रस्सी को तीन भागों में कटा हुआ देखा जा सकता है.