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नाभा जेल ब्रेक: IG पर आरोप, 45 लाख रु. घूस लेकर मास्टरमाइंड को छोड़ा, एक्शन में योगी सरकार

पंजाब के चर्चित नाभा जेल ब्रेक मामले में उत्तर प्रदेश एक वरिष्ठ अधिकारी पर गिरफ्तार आरोपी को कथित तौर पर घूस लेकर छोड़ देने का आरोप लगा है।

Updated on: 20 Sep 2017, 05:44 PM

highlights

  • नाभा जेल ब्रेक मामले में यूपी के आईजी स्तर के अधिकारी पर बड़ा आरोप
  • अधिकारी ने 45 लाख रुपये घूस लेकर मास्टरमाइंड को छोड़ा
  • योगी आदित्यनाथ ने दिये जांच के आदेश, बुलाई आपात बैठक

नई दिल्ली:

पंजाब के चर्चित नाभा जेल ब्रेक मामले में उत्तर प्रदेश एक वरिष्ठ अधिकारी पर गिरफ्तार आरोपी को कथित तौर पर घूस लेकर छोड़ देने का आरोप लगा है।

स्पेशल फोर्स के आईजी स्तर के आईपीएस अधिकारी पर आरोप है कि उसने जेल ब्रेक के मास्टरमाइंड गुरप्रीमत सिंह ऊर्फ गोपी घनश्याम पुरा को 45 लाख से अधिक रुपये की घूस लेकर छोड़ दिया।

योगी सरकार ने इस पूरे प्रकरण की जांच के लिए कमेटी गठित की है। उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगने के बाद योगी आदित्यनाथ ने आपात बैठक की। बैठक में डीजीपी और प्रमुख सचिव मौजूद हैं। सूत्रों के मुताबिक अधिकारी के घूस लेने का ऑडियो मुख्यमंत्री के पास मौजूद है।

उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक सुलखान सिंह ने कहा कि आईजी के रिश्वत मामले की जांच एडीजी (कानून-व्यवस्था) को सौंपी गई है। उन्होंने कहा, 'आईजी को अभी पद से नहीं हटाएंगे। सीएमम के संज्ञान में पूरा मामला है।'

सिंह ने कहा, 'ऐसा भी हो सकता है, स्पेशल फोर्स को डिरेल करने के लिए ये सब घटना सामने आई हो।'

गौरतलब है कि पिछले साल दर्जन भर से अधिक हथियारबंद लोगों ने पंजाब के नाभा जेल पर हमला कर छह खूंखार कैदियों को भगा ले गए थे। जिसमें आतंकी भी शामिल थे। इस मामले में 25 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है।

क्या है मामला

आईजी स्तर के आईपीएस अधिकारी पर आरोप है कि गोपी घनश्याम पूरा को पिछले हफ्ते लखनऊ में ही गिरफ्तार किया गया था। घनश्याम की गिरफ्तारी की खबर हरजिंदर सिंह भुल्लर उर्फ विक्की ने अपने फ़ेसबुक पेज पर पोस्ट की, हरजिंदर उन 6 आरोपियों में से 1 है जो नाभा जेल से फरार हुए थे।

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हरजिंदर की पोस्ट देखने के बाद पंजाब पुलिस ने उत्तर प्रदेश के अफसरों से जानकारी ली तो अधिकारियों ने गिरफ्तारी की जानकारी से इनकार किया।

पंजाब पुलिस के मुताबिक गोपी की आखिरी लोकेशन शाहजहांपुर थी। और फिर पंजाब पुलिस को जानकारी हुई कि उत्तर प्रदेश की स्पेशल फोर्स के IG ने गोपी को गिरफ्तार करने के बाद 45 लाख लेकर उसे फरार करा दिया।

पैसा लखीमपुर से आया, जिसका इंतज़ाम पंजाब के शराब कारोबारी रिम्पल ने किया। IG का नाम सामने आने के बाद पंजाब पुलिस ने जानकारी IB को दी। पंजाब पुलिस और IB ने जानकारी UP पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को दी।

इस डील में सुल्तानपुर के कॉंग्रेस नेता संदीप तिवारी, पीलीभीत के हरजिंदर कहलो, और अमनदीप का नाम सामने आया है। 15 सितंबर को ATS ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया।

शराब कारोबारी रिम्पल और अमनदीप की कॉल रेकॉर्डिंग भी ATS के हाथ लगी है। रिकॉर्डिंग में दोनों IG स्तर के अधिकारी को पैसे देने की बात जर रहे हैं।

पंजाब के IG इंटेलिजेंस कुंवर विजय प्रताप सिंह पूरे मामले की जानकारी और रिकॉर्डिंग उत्तर प्रदेश के डीजीपी और प्रमुख सचिव को सौंपी।

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