संभल में मुस्लिम युवकों ने दिया भाईचारे का संदेश, सब्जी विक्रेताओं को बांटी पिचकारी और गुलाल

उत्तर प्रदेश के संभल जिले में सब्ली मंडी में मुस्लिम युवकों ने होली के पर्व पर भाईचारे का दिया संदेश. बाजार में बांटी पिचकारी और रंग. 

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Mohit Saxena
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sambhal Photograph: (social media)

उत्तर प्रदेश के संभल जिले की सब्जी मंडी में एक अनोखा दृश्य दिखाई दिया. यहां पर मुस्लिम युवकों ने होली के पर्व पर भाईचारे का संदेश देते हुए  दुकानदारों को पिचकारी, गुलाल और गुलाब का फूल भेंट किए. इस मौके पर सईद अख्तर इसरायली का कहना है कि वे हर त्यौहार पर कुछ ना कुछ वितरण करते हैं. मंगलवार को उन्होंने होली के त्योहार पर पिचकारी, गुलाल और गुलाब का फूल बांटे हैं. सईद ने बताया कि कुछ लोगों ने माहौल को खराब किया है. लेकिन वे यह समझना चाहते हैं कि होली के दिन रंग खेलना एक खुशी का मौका है. इसके साथ ही जुमे की नमाज भी होगी. एकता, भाईचारे का प्रतीक बनकर सभी को सभी धर्मों के बीच सद्भावना को बढ़ावा देना चाहिए. 

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शांति की अपील की

आपको बता दें कि होली के मौके पर शुक्रवार को नमाज भी है. संभल के शाही इमाम आफताब हुसैन वारसी ने शहरवासियों से शांति की अपील की है. शाही इमाम ने एक बयान में लोगों से शांतिपूर्वक त्‍योहार मनाने की अपील करते हुए कहा कि प्रशासन की ओर से जारी दिशा-निर्देशों का पालन किया जाना चाहिए. 

शाही इमाम की इस अपील ने शहरवासियों में भाईचारे और सौहार्द का संदेश दिया. उन्होंने कहा कि त्योहारों के दौरान यह महत्वपूर्ण है कि हम सभी एक दूसरे के प्रति सम्मान और सहानुभूति का भाव रखें, ताकि समाज में शांति और सद्भाव बना रहे.

सीओ अनुज चौधरी का बयान 

बीते दिनों संभल के सीओ अनुज चौधरी ने मीडिया में दिए एक बयान में कहा था कि जुमा साल में 52 बार आता है, लेकिन होली साल में एक बार. अगर मुस्लिम समुदाय के लोगों को ऐसा लगता है कि होली के रंग से उनका धर्म भ्रष्ट होगा तो उन्हें उस दिन अपने घरों से बाहर नहीं निकलना चाहिए. इसके बाद से सियासी से घमासान मचा हुआ है. एक ओर भाजपा इस बयान के पक्ष में है. वहीं विपक्ष इस बयान को विवादित बता रहा है.

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