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मुरली मनोहर जोशी का इलाहाबाद से नाता टूटा, 6 करोड़ में बिका उनका बंगला आंगरिस

बीजेपी के दिग्गज नेता और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष डॉ मुरली मनोहर जोशी (Murli Manohar joshi) ने प्रयागराज (Prayagraj) स्थित अपना बंगला बेंच दिया है. उनके बंगले का नाम आंगरिस था.

Updated on: 06 Jul 2019, 07:21 AM

प्रयागराज:

बीजेपी के दिग्गज नेता और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष डॉ मुरली मनोहर जोशी (Murli Manohar joshi) ने प्रयागराज (Prayagraj) स्थित अपना बंगला बेंच दिया है. उनके बंगले का नाम आंगरिस था. काफी दिनों से यह अटकलें लगाई जा रही थी कि वह जल्द ही अपना बंगला बेंच सकते हैं. उनके करीबियों की मानें तो कुछ समय से जोशी का यहां आना जाना काफी कम हो गया था.

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उप निबंधक की मौजूदगी में यह बंगला बिका, जिसे पांच लोगों ने मिलकर खरीदा. उप निबंधक कमला देवी के मुताबिक डॉ जोशी स्वास्थ्य कारणों से रजिस्ट्रार ऑफिस नहीं आ सकते थे. CMO द्वारा प्रमाण पत्र भी दिया गया था. घर पर रजिस्ट्री करवाने के लिए 5000 रुपये कमीशन भी दिया गया था. जिसके बाद जोशी के मकान की रजिस्ट्री घर पर हुई.

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आगे उन्होंने बताया कि टैगोर टाउन स्थित उनका बंगला नंबर 10-A का क्षेत्रफल 573 वर्गमीटर है. जिसे डॉक्टर हर्षनाथ मिश्र के बेटे डॉक्टर आनंद मिश्रा ने 4 करोड़ 70 लाख रुपये में खरीदा और इसमें 32 लाख 90 हजार रुपये की स्टांप ड्यूटी लगी.

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डॉक्टर हर्षनाथ के दूसरे बेटे अनुपम मिश्र की पत्नी नीलिमा ने 118.17 वर्ग मीटर ओपेन एरिया 80 लाख रुपये में खरीदा है और इसके लिए 5 लाख 60 हजार रुपये का स्टांप शुल्क दिया. वहीं बंगले के पीछे का 80.26 वर्ग मीटर ओपेन एरिया 55 लाख रुपये में हनुमान गंज के रहने वाले धरनीधर द्विवेदी ने खरीदा है.

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बंगले में 84.73 वर्ग मीटर खुली जमीन की संध्या कुशवाहा और उनकी बहन प्रियंका ने संयुक्त रूप से 60 लाख रुपये में रजिस्ट्री करवाई.

प्रयाग से जुड़े रहे हैं जोशी

भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी का प्रयागराज से पुराना नाता रहा है. जोशी मूल रूप से उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के रहने वाले हैं. 1951 में जोशी ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय में एमएससी में प्रवेश लिया. 1953 में उन्होंने पढ़ाई पूरी की और प्रो. देवेंद्र शर्मा के निर्देशन में शोध किया और फिर विश्वविद्यालय में पढ़ाना शुरू किया.