मुलायम सिंह यादव ने अब बिखरे कुनबे को जोड़ने की नई कोशिश की

पार्टी से जुड़े सूत्रों ने बताया कि मतभेद दूर करने के लिए पिछले कुछ दिन में मुलायम ने अखिलेश से, शिवपाल से और पूरे कुनबे से मुलाकात की.

पार्टी से जुड़े सूत्रों ने बताया कि मतभेद दूर करने के लिए पिछले कुछ दिन में मुलायम ने अखिलेश से, शिवपाल से और पूरे कुनबे से मुलाकात की.

author-image
Dalchand Kumar
एडिट
New Update
मुलायम सिंह यादव ने अब बिखरे कुनबे को जोड़ने की नई कोशिश की

हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन को देखते हुए पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने पुत्र अखिलेश और अपने भाई शिवपाल के बीच सुलह कराने की एक बार फिर कोशिश की. पार्टी से जुड़े सूत्रों ने बताया कि मतभेद दूर करने के लिए पिछले कुछ दिन में मुलायम ने अखिलेश से, शिवपाल से और पूरे कुनबे से मुलाकात की. ये मुलाकातें यहां और उत्तर प्रदेश के सैफई में हुईं हैं.

Advertisment

यह भी पढ़ें- महेंद्रनाथ पांडे बोले, जय श्री राम का नारा जितना दबाया जाएगा, वह उतना बुलंद होगा

मुलायम की कोशिशें फिलहाल कामयाब होती नहीं दिखाई दे रही हैं, क्योंकि शिवपाल ने अपनी ‘प्रगतिशील समाजवादी पार्टी’ का सपा में विलय से इनकार कर दिया है. शिवपाल पिछले साल सपा से अलग हो गए थे और उन्होंने अपनी अलग पार्टी बना ली थी. उन्होंने कुनबे में फूट के लिए रिश्ते के भाई एवं पार्टी महासचिव राम गोपाल यादव को जिम्मेदार ठहराया था.

यह भी पढ़ें- उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालयों में दीक्षांत समारोह की तिथियां घोषित, देखें लिस्ट

सूत्रों ने बताया कि लेकिन शिवपाल को उत्तर प्रदेश में होने वाले 12 उपचुनावों में सपा के साथ मिल कर चुनाव लड़ने से गुरेज नहीं हैं. भाजपा के नौ और सपा,बसपा से एक-एक विधायक लोकसभा चुनाव जीत गए हैं. इससे 11 सीटें रिक्त हुईं हैं वहीं हत्या के मामले में भाजपा के एक विधायक को दोषी ठहराए जाने के बाद उसे अयोग्य ठहराए जाने से एक सीट रिक्त हुई है. बताया जा रहा है कि मुलायम ने अखिलेश और शिवपाल दोनों को समझाया है कि अगर परिवार में एका नहीं हुआ तो इसके राजनीतिक परिणाम भुगतने पड़ सकते है.

यह वीडियो देखें- 

Samajwadi Party Uttar Pradesh mulayam-singh-yadav Shivpal Yadav Akhulesh yadav
Advertisment