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विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को मिली हार के बाद पार्टी संस्थापक मुलायम सिंह यादव पहली बार मीडिया के सामने आये। उत्तर प्रदेश चुनाव में मिली करारी शिकस्त पर मुलायम सिंह यादव ने हार का जिम्मेदार किसी को ना ठहराते हुए इसे जनता का विधान बताया।
उत्तर प्रदेश में हुए विधानचुनाव में सपा और कांग्रेस के गठबंधन को मुंह की खानी पड़ी। शनिवार को आये चुनाव परिणाम में सपा और कांग्रेस को 54 सीटें ही मिल सकी। चुनाव परिणाम सामने आने के बाद मुलायम सिंह यादव पहली बार मीडिया से मुखातिब हुए। मुलायम सिंह ने हार का जिम्मेदार किसी को ठहारते हुए कहा, 'हार का जिम्मेदार कोई नहीं, कोई वजह नहीं। यह जनता का विधान है। बीजेपी ने बहुत वादे किए हैं, देखो पूरे करते हैं या नहीं'। साथ ही मुलायम ने कहा कि होली के बाद हार की समीक्षा की जायेगी और पार्टी को फिरसे एकजुट किया जायेगा।
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Haar ka zimedaar koi nahi,koi wajah nahi.Ye janta ka vidhaan hai.BJP ne bahut wade kiye hain, dekho pure karten hain ya nahi: MS Yadav pic.twitter.com/0ztWP4rgUF
— ANI UP (@ANINewsUP) March 12, 2017
हालांकि इसके पहले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में करारी हार पर मुलायम सिंह यादव ने सपा-कांग्रेस गठबंधन पर जमकर भड़ास निकाली है। सपा संरक्षण मुलायम ने कहा कि अगर कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं होता, तो सूबे में फिर समाजवादी पार्टी की सरकार बनती।
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सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव यूपी में सपा-कांग्रेस गठबंधन के हार जाने से आहत हैं। इकनॉमिक टाइम्स की खबर के मुताबिक, उन्होंने हार का ठीकरा गठबंधन पर फोड़ा। मीडिया में दिए गए बयान में उन्होंने कहा कि गठबंधन के घमंड के कारण हमें हार का सामना करना पड़ा। अगर अकेले लड़ते तो सपा जरूर सत्ता में आती।
मुलायम ने कहा, 'जो कोई भी कह रहा है कि मैंने गठबंधन को सपोर्ट किया था वह यह झूठ बोल रहा है, मैं सबके सामने गठबंधन पर अपना विरोध जताया था, कांग्रेस को यहां कोई पसंद नहीं करता, उसकी क्या जरूरत थी जबकि 2012 में पूर्ण बहुमत के साथ हम लोग सरकार में आए थे।'
गौरतलब है कि शुरू से ही मुलायम सपा-कांग्रेस गठबंधन के खिलाफ थे लेकिन अखिलेश यादव की पहल पर ये गठबंधन किया गया। बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मोदी आंधी के आगे कोई पार्टी टिक नहीं सकी। 403 सीटों में 325 सीटों पर बीजेपी ने अपना कब्जा जमाया।
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Source : News Nation Bureau