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Mulayam Singh Yadav Death: 82 साल की उम्र में कहा अलविदा, तीन बार यूपी की सत्ता पर हुए थे काबिज

Mulayam Singh Yadav Death: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव  82 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह चुके हैं.

Updated on: 10 Oct 2022, 10:42 AM

highlights

  • पहली बार 5 दिसम्बर 1989 को सीएम बने थे नेताजी 
  • 29 अगस्त 2003 को तीसरी बार बने थे यूपी के सीएम

उत्तर प्रदेश:

Mulayam Singh Yadav Death: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव  82 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह चुके हैं. उम्र के आखिरी पड़ाव पर वे 82 साल के थे. सोमवार सुबह यानि आज ही नेताजी के देहांत की खबर से पूरे राजनैतिक जगत में शोक की लहर है. दरअसल मुलायम सिंह यादव लंबे समय से अस्पताल के बेड पर थे. बताया जा रहा है कि 2 अक्टूबर से ही उनकी तबियत ज्यादा बिगड़ने लगी थी. लंबे समय से गुरुग्राम के मेदांता में भर्ती यूपी के जानेमाने नेता और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव  ने आज सुबह 8 बजकर 15 मिनट पर दम तोड़ दिया. 22 अगस्त से अस्पताल में भर्ती  मुलायम सिंह यादव वेटिंलेटर पर थे, जहां आखिरकार वे जिंदगी की जंग हार गए. जानकारी हो कि नेताजी काफी समय से किडनी की बीमारी से जूझ रहे थे, उनके शरीर पर दवाईयों का असर भी खत्म हो चला था, जिसके बाद से उनकी हालत स्थिर ही बनी हुई थी.

तीन बार यूपी के सीएम पद पर हुए थे काबिज
मुलायम सिंह यादव को नेताजी के नाम से जाना जाता था. वे राजनैतिक जगत में एक जानामाना नाम थे. इसके अलावा मुलायम सिंह यादव देश के सबसे बड़े जनसंख्या वाले राज्य उत्तरप्रदेश के सीएम बन कर भी जन- जन में लोकप्रिय नेता की छवि के साथ उभरे थे. उन्होंने अपने पूरे राजनैतिक कार्यकाल में उत्तरप्रदेश के सीएम का पद तीन बार संभाला था. साल 1939 में जन्में मुलायम सिंह यादव पहली बार 5 दिसम्बर 1989 को यूपी के सीएम पद पर काबिज हुए थे. इसके बाद वे दुबारा 5 दिसम्बर 1993 को यूपी के सीएम चुने गए. समाजवादी पार्टी और किसान नेता के रूप में उभरे मुलायम सिंह साल 29 अगस्त 2003 को तीसरी बार यूपी के सीएम चुने गए थे.

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जनता के बीच लोकप्रिय नेता की रही छवि
मुलायम सिंह यादव जनता के बीच सामाजिक सद्भावना को स्थापित करने को लेकर जन- जन के प्रिय थे. समाजवादी पार्टी के नाम पर लोग नेताजी को ही जानते थे. हालांकि इसके बाद उनके बच्चे भी राजनीति में सक्रिय हुए लेकिन मुलायम सिंह यादव को जनता का प्यार हमेशा ही मिलता रहा. नेताजी के आखिरी समय में लाखों करोड़ों जनता की दुआएं उनके साथ थी लेकिन आखिरकार वे चल बसे.