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Mulayam Singh Death: 'नेता जी' की याददाश्त के आज भी मुरीद हैं कार्यकर्ता, मंच से पुकारते थे नाम

Mulayam Singh Death: सोमवार की सुबह देश को एक बहुत ही दुखद खबर सुनने को मिली. जी हां समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के संस्थापक व उत्तर प्रदेश के तीन बार मुख्यमंत्री रहे मुलायम सिंह यादव का आज निधन हो गया.

Updated on: 10 Oct 2022, 12:57 PM

highlights

  • 82 साल की उम्र में आज समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव का हो गया निधन
  •  मौत की खबर सुनकर कार्यकर्ताओं में शोक की लहर फैल गई 
  • गली-मोहल्ले के समाजवादी कार्यकर्ता उनकी यादों को याद कर हो रहे भावुक 


 

नई दिल्ली :

Mulayam Singh Death: सोमवार की सुबह देश को एक बहुत ही दुखद खबर सुनने को मिली. जी हां समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के संस्थापक व उत्तर प्रदेश के तीन बार मुख्यमंत्री रहे मुलायम सिंह यादव का आज निधन हो  गया. अखलेश यादव (akhlesh yadav)ने खुद ट्वीट कर पिता का निधन होने की सूचना सार्वजनिक की.  मुलायम सिंह यादव का निधन (Mulayam Singh Death) होने की खबर सुनकर कार्यकर्ताओं को सबसे ज्यदा दुख हुआ है. प्रदेश के अलग-अलग जिलों में मुलायम सिंह के स्वास्थ्य को अच्छा होने की अखंड ज्यौत जलाए कुछ कार्यकर्ताओं ने यहां तक कह दिया अब समाजवादी युग खत्म हो गया है.

नाम लेकर बुलाते थे
पुराने समाजवादी कार्यकर्ता मेरठ निवासी 60 वर्षीय  हरिराम बताते हैं कि नेता जी जैसी याददास्त किसी ओर नेता में आज तक नहीं देखी. वे अपनी पार्टी के जिस कार्यकर्ता से 20 साल पहले मिले थे, उसे आज भी मंच से नाम लेकर बुला लेते थे. नेता जी की इसी खासियत की वजह से उनके नाम पर कार्यकर्ता जान तक लगा देते थे. यही नहीं वे अपनी पार्टी के कार्यकर्ता की आर्थिक स्थति का भी ख्याल रखते थे. वा आगे बताते हैं कि नेता जी कार्यकर्ताओं से मुख्यमंत्री बनने के बाद आर्थिक स्थिति का भी हाल जानते थे. यदि उनको लगता था कि उसे पैसों की जरूरत है तो संबंधित अधिकारियों को भेजकर उसकी मदद भी कराते थे.

कार्यकर्ताओं की जान थे नेता जी 
अमरोहा निवासी इब्राहिम बताते हैं मुलायम सिंह की वजह से ही समाजवादी पार्टी चार बार यूपी की सत्ता पर काबिज हुई थी. क्योंकि कार्यकर्ताओं के प्रति उनका व्यवहार किसी मसिहा से कम नहीं था. गली-मोहल्ले का छोटा कार्यकर्ता भी जब उनके पास काम लेकर जाता था. तो उसे भीड़ से बुलाकर उसका काम उसी के सामने संबंधित अधिकारी को फोन कर कराते थे. मुलायम सिंह का मानना था जब तक कार्यकर्ता खुश नहीं रहेगा. पार्टी के अच्छे दिन आ ही नहीं सकते.

सरकार में कार्यकर्ताओं का सम्मान 
सहारनपुर निवासी 75 वर्षिय राम सिंह बताते हैं. कार्यकर्ताओं का जितना सम्मान मुलायम सिंह यादव के टाइम में हुआ कभी नहीं हुआ. क्योंकि नेता जी का मानना था. सत्ता की हनक के  लिए कार्यकर्ता सरकार ने होने पर न जाने कितना लाठियां खाता है. धन को भी नष्ट करता है. जब सरकार आए तो पार्टी के छोटे से छोटे कार्यकर्ताओं को पूरा सम्मान मिलना चाहिए. क्योंकि यदि पार्टी का कार्यकर्ता समृद्द नहीं होगा. ऐसी पार्टी ज्यादा दिन नहीं चलती. ये बाद मुलायम सिंह यादव ने मंच अखलेश यादव के सीएम रहते भी कही थी. साथ ही उन्हे हिदायत भी थी कि सभी अधिकारियों को आदेश दो कि हमारा कार्यकर्ता सर्वोपरी है.