logo-image

यूपी आते ही मुख्तार अंसारी की मुसीबतें बढ़ीं, एंबुलेंस मामले में भी लटकी तलवार

मुख्तार पर आरोप है कि वह फर्जी दस्तावेज पर मऊ के श्याम संजीवनी अस्पताल की एंबुलेंस इस्तेमाल कर रहा था.

Updated on: 07 Apr 2021, 01:11 PM

highlights

  • एंबुलेंस मामले में मुख्तार अंसारी की बढ़ सकती हैं मुसीबतें
  • फर्जी दस्तावेज पर मऊ के अस्पताल की एंबुलेंस कर रहा था इस्तेमाल
  • कोर्ट से रिमांड मांगकर मुख्तार को बाराबंकी ले जा सकती है पुलिस
  • बुधवार सुबह ही पंजाब के रोपड़ से लाया गया है बांदा जेल

बांदा:

उत्तर प्रदेश के कुख्यात अपराधी मुख्तार अंसारी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. बांदा जेल आते ही मुख्तार की मुसीबतें और बढ़ गई हैं. खबरों के मुताबिक, एंबुलेंस मामले में भी मुख्तार पर यूपी पुलिस की तलवार लटक चुकी है. इस मामले में अंसारी को बाराबंकी लाया जा सकता है. बताया जा रहा है कि एंबुलेंस मामले में न्यायालय से रिमांड की परमिशन लेकर यूपी पुलिस उसे बाराबंकी ला सकती है. माफिया को लेकर यूपी पुलिस काफी एक्टिव दिखाई दे रही है और इसी सिलसिले में वे मुख्तार के कुछ अन्य गुर्गों को भी गिरफ्तार कर सकती है. एंबुलेंस मामले में बाहुबली मुख्तार अंसारी के खिलाफ बाराबंकी कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है.

मुख्तार पर आरोप है कि वह फर्जी दस्तावेज पर मऊ के श्याम संजीवनी अस्पताल की एंबुलेंस इस्तेमाल कर रहा था. इस मामले में पुलिस की एक टीम ने मऊ जाकर नामजद डॉ. अलका के बयान दर्ज किए थे. डॉ. अलका ने पुलिस को बयान दर्ज कराने के साथ ही मुख्तार अंसारी के खिलाफ तहरीर भी दी थी. डॉ. अलका के बयान और तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुख्तार और उसके कुछ गुर्गों का नाम मुकदमे में बढ़ा दिया है. फर्जी दस्तावेजों पर एंबुलेंस इस्तेमाल करने के मामले में एसपी ने कहा कि जरूरत पड़ने पर मुख्तार अंसारी को रिमांड पर भी लिया जाएगा और जरूरत के हिसाब से कार्रवाई भी की जाएगी.

बताते चलें कि मुख्तार अंसारी को बुधवार सुबह ही कड़ी सुरक्षा के बीच पंजाब के रोपड़ जेल से बांदा जेल लाया गया है. मंगलवार को दोपहर करीब 2 बजे पंजाब के रोपड़ जेल से निकली यूपी पुलिस की टीम करीब 14.5 घंटे में 880 किलोमीटर का सफर तय किया. बता दें कि रोपड़ से बांदा लाने के दौरान तीन बार रूट भी बदला गया. जेल पहुंचने के बाद 4 डॉक्टरों की टीम ने मुख्तार अंसारी का मेडिकल चेकअप किया.