नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में गुरुवार को राजधानी लखनऊ के खदरा इलाके में पुलिस और लोगों के बीच में जमकर झड़प हुई. इसी प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारी मोहम्मद वकील की मौत हो गई. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में गोली से मौत का खुलासा हुआ है. जानकारी के मुताबिक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि मोहम्मद वकील की मौत .32 एमएम की गोली से हुई. वहीं जिलानी और वसीम खान गोली लगने के कारण गंभीर रूप से घायल हो गए. दोनों घायलों को लखनऊ के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है. अभी यह नहीं पता चला है कि किसकी गोली के कारण मौत हुई.
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आपको बता दें कि प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने और हालात पर नियंत्रण लाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागने पड़े. इस दौरान उग्र प्रदर्शनकारियों ने मधेगंज पुलिस चौकी पर हमला भी किया. भीड़ ने यहां जमकर तोड़फोड़ की और कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया. उत्तर प्रदेश के डीजीपी का कहना है कि पुलिस की तरफ से किसी भी तरह की फायरिंग नहीं हुई है.
उपद्रवियों की संपत्ति होगी कुर्क
सीएम योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ और संभल में हुए बवाल पर कहा है कि नागरिकता कानून किसी के खिलाफ नहीं है. विपक्ष भ्रम के हालात पैदा कर रहा है. सीएम ने कहा कि उपद्रवियों से निपटने में किसी भी तरह की सख्ती से सरकार पीछे नहीं हटेगी. उन्होंने कहा कि लखनऊ में दर्जन भर वाहनों में आग लगाई गई है. जिसकी भरपाई उपद्रवियों की संपत्ति कुर्क करके होगी.
Source : News Nation Bureau