यूपी सरकार की पहल से अमेठी में तैयार हो रहा आधुनिक चिकित्सा महाविद्यालय, 2026 तक बनेगा 500 बेड वाला अस्पताल

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाने के लिए काम कर रही है. महाविद्यालय का काम करीब-करीब हो चुका है पूरा.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाने के लिए काम कर रही है. महाविद्यालय का काम करीब-करीब हो चुका है पूरा.

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Mohit Saxena
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योगी आदित्यनाथ Photograph: (X/ani)

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाने के लिए लगातार बड़े कदम उठा रही है. अमेठी की तिलोई तहसील में स्थित स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय इसी दिशा में एक अहम उपलब्धि है. करीब 300 करोड़ रुपए की लागत से इस चिकित्सा महाविद्यालय का निर्माण कार्य करीब करीब पूरा हो चुका है.

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200 बेड वाले अस्पताल में सेवाएं संचालित

इस समय महाविद्यालय में 200 बेड वाले अस्पताल में सेवाएं संचालित हैं. वहीं 31 जनवरी 2026 तक 300 बेड का नया अस्पताल और 50 बेड का क्रिटिकल केयर ब्लॉक हैंडओवर किया जाएगा. इससे कुल बेड की संख्या 550 हो सकती है. इस क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़वा मिलेगा. इसके साथ ही नर्सिंग कॉलेज का निर्माण भी इस तारीख तक पूरा करने की उम्मीद है. योगी सरकार की यह पहल अमेठी समेत आसपास के जिलों के लोगों  के लिए वरदान साबित हो रही है. क्षेत्रवासियों का लंबे समय से चला आ रहा मेडिकल कॉलेज का सपना अब साकार हो रहा है. 2026 तक यह संस्थान पूर्ण रूप से 500 प्लस बेड वाले आधुनिक चिकित्सा केंद्र के रूप में स्थापित होगा. 

शैक्षणिक गतिविधियां भी तेज हो रही हैं

राज्य स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालय में शैक्षणिक गतिविधियां भी तेज हो रही हैं. एमबीबीएस कोर्स 100 सीटें को स्वीकृत किया गया है. पैरामेडिकल क्षेत्र में 11 डिप्लोमा कोर्स चलाए जा रहे हैं. इनमें कुल 230 सीटें हैं. इनमें एनेस्थीसिया एवं क्रिटिकल केयर टेक्नीशियन, ब्लड ट्रांसफ्यूजन, इमरजेंसी एवं ट्रॉमा केयर, लैब टेक्नीशियन, ऑपरेशन थियेटर टेक्नीशियन, एक्स-रे टेक्नीशियन जैसे अहम कोर्स को शामिल किया गया है. 

नर्सिंग कोर्स में 60 सीटें शुरू होने की तैयारी 

आगामी सत्र 2026-27 से बीएससी नर्सिंग कोर्स में 60 सीटें शुरू होने की तैयारी है. पोस्टग्रेजुएट स्तर पर डीएनबी कोर्स में प्रसूति एवं स्त्री रोग, बाल रोग, एनेस्थीसिया में डिप्लोमा और मेडिसिन में डिग्री कोर्स स्वीकृत हैं. कुछ  अन्य कोर्सों का निरीक्षण पूरा हो चुका है और परिणाम का इंतजार है. महाविद्यालय से जुड़े अस्पताल में ओपीडी और इनडोर सेवाएं नियमित चल रही हैं. मेडिसिन, सर्जरी, गायनेकोलॉजी, पीडियाट्रिक्स, ऑर्थोपेडिक्स, ईएनटी, डर्मेटोलॉजी समेत कई विभागों में रोजाना 1000 से ज्यादा मरीजों का इलाज हो रहा है. 

ईसीजी भी मरीजों को मिल रही हैं

आपातकालीन सेवाएं वर्तमान में 10 बेड पर जारी हैं. नए अस्पताल के शुरू होने पर 30 बेड तक बढ़ जाएंगी. अस्पताल में 7 मेजर और 5 माइनर ऑपरेशन थियेटर, 20 बेड का आईसीयू और एनआईसीयू की सुविधा उपलब्ध है. 24×7 डायग्नोस्टिक सेवाएं जैसे सीटी स्कैन, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, पैथोलॉजी लैब, ब्लड स्टोरेज, फार्मेसी, इकोकार्डियोग्राफी और ईसीजी भी मरीजों को मिल रही हैं.

मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ. रीना शर्मा ने बताया कि सरकार की मंशा के अनुसार न सिर्फ योजनाओं को   लागू किया जा रहा है बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं में भी बढ़ोतरी की जा रही है. कार्यदाई संस्था लोक निर्माण विभाग कार्य करा रहा है. उम्मीद है कि हम नए वर्ष में नई किरणों के साथ चिकित्सकीय सुविधाओं में विस्तार करेंगे.

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