logo-image

MLC चुनाव: BJP ने 11 में से 6 सीटों पर मारी बाजी, देखें पूरी List

उत्तर प्रदेश विधान परिषद के लखनऊ खंड स्‍नातक क्षेत्र का रविवार को चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद सभी 11 सीटों की तस्‍वीर अब साफ हो गई है, जिसमें सत्तारूढ़ भाजपा को छह सीटें मिली हैं.

Updated on: 06 Dec 2020, 09:53 PM

लखनऊ:

उत्तर प्रदेश विधान परिषद के लखनऊ खंड स्‍नातक क्षेत्र का रविवार को चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद सभी 11 सीटों की तस्‍वीर अब साफ हो गई है, जिसमें सत्तारूढ़ भाजपा को छह सीटें मिली हैं. खंड शिक्षक और खंड स्‍नातक क्षेत्र की छह सीटें भाजपा के खाते में गई है, जबकि तीन सीटें समाजवादी पार्टी (सपा) के खाते में गई हैं. दो सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने कब्‍जा जमाया है. इस बीच भाजपा प्रदेश अध्‍यक्ष स्‍वतंत्र देव सिंह ने विजयी उम्‍मीदवारों को बधाई दी है. खंड स्नातक कोटे से पांच निर्वाचन क्षेत्रों में संपन्न हुए चुनावों में सपा ने दो जबकि तीन सीटों पर भाजपा को जीत मिली है. चुनाव परिणाम शुक्रवार की देर रात से आने शुरू हुए थे और रविवार शाम तक मतगणना संपन्‍न हुई.

निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने रविवार को बताया कि लखनऊ खंड स्‍नातक क्षेत्र से भाजपा के अवनीश कुमार सिंह चुनाव जीत गए हैं. इसके पहले शनिवार को आगरा खंड स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के ही मानवेंद्र सिंह 'गुरु जी' और मेरठ स्नातक क्षेत्र से भाजपा के दिनेश गोयल ने जीत हासिल की. वाराणसी खंड स्नातक क्षेत्र से सपा के आशुतोष सिन्हा और झांसी-इलाहाबाद खंड स्नातक क्षेत्र से सपा के मान सिंह यादव ने जीत दर्ज की. वाराणसी और झांसी-इलाहाबाद खंड स्नातक क्षेत्र में सपा ने भाजपा के कब्ज़े वाली सीटें हासिल की हैं, जबकि आगरा खंड स्नातक क्षेत्र की सीट सपा को गंवानी पड़ी है.

मेरठ स्नातक सीट पर पिछले चार बार से निर्दलीय (शिक्षक दल) हेम सिंह पुंडीर जीतते आ रहे थे. लखनऊ खंड स्नातक सीट पर पिछली बार निर्दलीय कांति सिंह जीती थी. मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने रविवार को बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुसार सभी सीटों पर मतगणना पूरी हो गई और परिणाम घोषित कर दिए गए.

उल्लेखनीय है कि शिक्षक कोटे की छह सीटों के परिणाम शुक्रवार को ही घोषित कर दिये गये थे, जिनमें तीन सीटें भाजपा, एक सपा और दो निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीती है. लखनऊ खंड शिक्षक क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के उमेश द्विवेदी ने दोबारा जीत दर्ज की लेकिन पिछली बार वह निर्दलीय जीते थे. इसके अलावा मेरठ खंड शिक्षक क्षेत्र से भाजपा के ही श्रीशचंद्र शर्मा ने शिक्षक दल के नेता और करीब पांच दशक से लगातार चुनाव जीत रहे ओम प्रकाश शर्मा को हरा दिया. बरेली-मुरादाबाद खंड शिक्षक क्षेत्र से भाजपा के हरी सिंह ढिल्लों ने सपा के संजय कुमार मिश्र को हराकर जीत हासिल की.

इसके अलावा वाराणसी खंड शिक्षक क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी लाल बिहारी यादव ने निर्दलीय चेत नारायण सिंह को चुनाव हराया जबकि आगरा खंड शिक्षक क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार आकाश अग्रवाल ने निर्दलीय (शिक्षक दल) जगवीर किशोर जैन से यह सीट जीत ली. गोरखपुर फैजाबाद खंड शिक्षक क्षेत्र से निर्दलीय (शिक्षक दल) ध्रुव कुमार त्रिपाठी ने अपनी सीट बरकरार रखी है. विधान परिषद की 11 सीटों के लिए मंगलवार को मतदान संपन्न हुआ था, जो छह खंड शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र और पांच खंड स्नातक निर्वाचन क्षेत्र की सीटों के लिए कराया गया था.

इस चुनाव में भाजपा, सपा, कांग्रेस, शिक्षक दलों के प्रत्याशी और निर्दलीय उम्मीदवारों समेत कुल 199 उम्मीदवार थे। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने यह चुनाव नहीं लड़ा था. गौरतलब है कि 11 सीटों के परिणाम आने के बाद 100 सदस्यों वाली उत्तर प्रदेश विधान परिषद में अब सपा के 55, भाजपा के 25, बसपा के आठ, कांग्रेस के दो, अपना दल सोनेलाल के एक, शिक्षक दल (ग़ैर राजनीतिक दल) के दो और चार निर्दलीय सदस्य हैं. कुल 14 सीटें खाली थीं जिनमें 11 सीटों पर मंगलवार को मतदान हुआ.

11 सीटों के परिणाम घोषित होने के बाद सदन की तस्वीर बदल गई है. अब सिर्फ़ तीन सीटों पर चुनाव होने बाक़ी हैं. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने रविवार को विधान परिषद की शिक्षक एवं खंड स्नातक चुनावों में अपार समर्थन के लिए मतदाताओं का आभार जताया है. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जनता का जनादेश सर्वोपरि है और प्रदेश की जनता ने जिस तरह से अपना अपार समर्थन और विश्वास भाजपा में जताया है उससे हमें आगे भी जन कल्याण की राह पर आगे बढ़ने और जनाकाक्षांओं को पूरा करने की प्रेरणा मिलेगी.

सिंह ने कहा कि शिक्षक खंड के चुनाव में भाजपा पहली बार भागीदारी कर रही थी और पार्टी ने चार सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे जिसमें तीन सीटों पर जनता ने विजयश्री का आशीर्वाद दिया है. उन्होंने कहा कि भाजपा का प्रदर्शन ऐतिहासिक रहा है। स्नातक खंड में भी पार्टी तीन सीटों पर विजयी हुई है। यह परिणाम भाजपा सरकार की नीतियों में जनविश्वास और कार्यकर्ताओं के अथक परिश्रम का परिणाम है.

उन्होंने नवनिर्वाचित प्रतिन‍िधियों और पार्टी कार्यकर्ताओं को भी विजय की बधाई देते हुए कहा कि जिस तरह से उन्होंने भाजपा की नीतियों और संगठन के कार्यक्रमों से मतदाताओं को जोड़ा वह प्रशंसनीय है. इसके पहले शनिवार को सपा अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपनी पार्टी के विजयी उम्मीदवारों को बधाई देते हुए सत्तारुढ़ दल (भाजपा) पर गंभीर आरोप लगाए थे.

सपा द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, पार्टी अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि विधान परिषद चुनाव में अपनी हार से बौखलाए भाजपाइयों ने मतगणना में गड़बड़ी करने की कोशिश के तहत झांसी पुलिस पर हमला किया. इन हमलावरों की तुरंत गिरफ्तारी होनी चाहिए. यादव ने दावा किया कि इसी तरह आगरा में हजारों मतपत्र मनमाने तरीके से रद्द कर दिए गए हैं और इससे जनता में भारी आक्रोश है. उन्होंने आरोप लगाया कि यह सपा के प्रत्याशी को पराजित करने का षड्यंत्र है.