आवारा पशुओं के खतरे से बचने के लिए अब गाय सफारी बना सकती है सरकार
उत्तर प्रदेश के डेयरी विकास मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने आवारा पशुओं के खतरे से निपटने के लिए उत्तर प्रदेश में गाय सफारी शुरू करने का प्रस्ताव रखा है.
नई दिल्ली:
उत्तर प्रदेश के डेयरी विकास मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने आवारा पशुओं के खतरे से निपटने के लिए उत्तर प्रदेश में गाय सफारी शुरू करने का प्रस्ताव रखा है. मंत्री ने अपने विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे उन जमीनों की पहचान करें, जहां आवारा पशुओं को खुलेआम घूमने की अनुमति दी जा सकती है.
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मंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि वह जल्द ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ इस विचार पर चर्चा करेंगे. उन्होंने कहा, "इन क्षेत्रों को बाद में सफारी के रूप में विकसित किया जा सकता है. जैसे मथुरा में एक जगह पर मवेशी रखे जाते हैं, लेकिन वे बंधे नहीं होते हैं और बहुत सारे लोग वहां उन्हें देखने जाते हैं."
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उन्होंने आगे कहा कि एक पर्यटक आकर्षण होने के अलावा गाय सफारी आवारा पशुओं को एक नया जीवन प्रदान करेगी. राज्य सरकार मुख्यमंत्री द्वारा निर्धारित विभिन्न समय-सीमा के बावजूद सभी आवारा पशुओं को राज्य भर में बनाए जा रहे आश्रय स्थलों में स्थानांतरित नहीं कर पाई है.
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मंत्री ने लोगों से आगे आने और आवारा पशुओं को अपनाने के लिए भी कहा. उन्होंने नोडल अधिकारियों से पांच से 10 दिसंबर के बीच गाय आश्रय स्थलों का निरीक्षण करने और मवेशियों के लिए पर्याप्त दवाइयों के साथ चारे की व्यवस्था करने को भी कहा. मंत्री ने निर्देश दिया कि आवारा पशुओं को सर्दियों के दौरान ठंड से बचाया जाना चाहिए.
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