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बसपा सुप्रीमो का प्रियंका पर निशाना, कहा- 'राजस्थान भी जाएँ जहां 100 बच्चों की मौत हुई'

उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के CAA प्रदर्शन में मारे गए मृतकों के परिजनों से मिलने पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि राजस्थान में 100 बच्चों की मौत हो गई. प्रियंका गांधी को उन माओं से भी मिलना चाहिए जिनकी गोद उजड़ गई.

Updated on: 02 Jan 2020, 09:30 AM

लखनऊ:

उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती (BSP Supremo Mayawati) ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) के CAA प्रदर्शन में मारे गए मृतकों के परिजनों से मिलने पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि राजस्थान में 100 बच्चों की मौत हो गई. प्रियंका गांधी को उन माओं से भी मिलना चाहिए जिनकी गोद उजड़ गई.

मायावती ने ट्वीट कर कहा 'कांग्रेस शासित राजस्थान के कोटा जिले में हाल ही में लगभग 100 मासूम बच्चों की मौत से माओं का गोद उजड़ना अति-दुःखद व दर्दनाक. तो भी वहाँ के सीएम श्री गहलोत स्वयं व उनकी सरकार इसके प्रति अभी भी उदासीन, असंवेदनशील व गैर-जिम्मेदार बने हुए हैं, जो अति-निन्दनीय.'

किन्तु उससे भी ज्यादा अति दुःखद है कि कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व व खासकर महिला महासचिव की इस मामले में चुप्पी साधे रखना. अच्छा होता कि वह यू.पी. की तरह उन गरीब पीड़ित माओं से भी जाकर मिलती, जिनकी गोद केवल उनकी पार्टी की सरकार की लापरवाही आदि के कारण उजड़ गई हैं.

एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस की महिला राष्ट्रीय महासचिव राजस्थान के कोटा में जाकर मृतक बच्चों की ‘‘माओं‘‘ से नहीं मिलती हैं तो यहाँ अभी तक किसी भी मामले में यू.पी. पीड़ितों के परिवार से मिलना केवल इनका यह राजनैतिक स्वार्थ व कोरी नाटकबाजी ही मानी जायेगी, जिससे यू.पी. की जनता को सर्तक रहना है.'

राजस्थान में गई 100 बच्चों की जान

राजस्थान के कोटा में नवजात बच्चों के मरने का सिलसिला नहीं थम रहा है. यहां पर पिछले 48 घंटे में 9 और बच्चों की मौत हो गई है. इसके बाद यह आंकड़ा 100 के पार हो गया है. अफसरों का कहना है कि जेके लोन अस्पताल में पिछले दो दिन में 9 और बच्चों की मौत हुई है. इसके बाद अब तक 100 बच्चों की मौत हो चुकी है. 23-24 दिसंबर को सरकारी अस्पताल में  48 घंटे की अवधि के दौरान 10 बच्चों की मौत के बाद राज्य सरकार विपक्ष के निशाने पर था. लेकिन बच्चों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है.