logo-image

मायावती ने भारत बंद का किया समर्थन, बोलीं- किसान की बात मानें सरकार

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने कृषि संबंधी तीन नए कानूनों की वापसी की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे किसान संगठनों के 'भारत बंद' के आह्वान का समर्थन किया है.

Updated on: 07 Dec 2020, 09:10 PM

लखनऊ:

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने कृषि संबंधी तीन नए कानूनों की वापसी की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे किसान संगठनों के 'भारत बंद' के आह्वान का समर्थन किया है. बसपा प्रमुख मायावती ने सोमवार को किए ट्वीट में कहा, "कृषि से सम्बंधित तीन नये कानूनों की वापसी को लेकर पूरे देश में किसान आन्दोलित हैं व उनके संगठनों ने आठ दिसम्बर को ’भारत बंद’ का जो एलान किया है, बसपा उसका समर्थन करती है." उन्होंने ट्वीट में केंद्र से किसानों की मांगें मानने की अपील भी दोहराई है. गौरतलब है कि हाल में पारित तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों ने आठ दिसंबर को 'भारत बंद' का आह्वान किया है. कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, आम आदमी पार्टी और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी समेत अनेक राजनीतिक दल पहले ही इस बंद को समर्थन का ऐलान कर चुके हैं. 

वहीं भारत बंद को लेकर गुजरात में मंगलवार को धारा-144 लागू होगी. 4 से ज्यादा लोग इकठ्ठा नहीं हो सकेंगे. किसी भी तरह के उपद्रव का वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड करने पर कार्रवाई होगी. दुकानें जबरन बंद कराने वाले और सरकारी प्रोपर्टी को नुकसान पहुंचाने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी.

बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जयसवाल ने कहा कि विपक्ष किसानों को बरगलाने का काम कर रहा है. इनकी दोहरी नीति है. बिहार में राजद के नेता को कुछ पता नहीं और ये आंदोलन कर रहे हैं. शरद पवार हमेशा से apmc एक्ट के विरोध में रहे हैं. बिहार में हम व्यापार मंडल और पेक्स के माध्यम से अनाज खरीदते हैं. मगर उसमें भी पीछे रहते हैं. अगर प्राइवेट कम्पनियां आकर धान खरीदती है, तो विकल्प किसान को मिलेगा. किसानों के लिये ये कानून बना है. मैं बिहार के किसानों से अनुरोध करूंगा कि वो विपक्ष के भारत बंद के छ्लावे में ना आये. किसान इस भारत बंद का विरोध करें.