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लॉक डाउन के दौरान गरीबों को जरूरत की चीजें मुफ्त मुहैया कराए सरकार, मायावती बोलीं

गौरतलब है कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के प्रकोप को रोकने के मकसद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर में 21 दिनों का लॉकडाउन घोषित किया है.

Updated on: 25 Mar 2020, 12:46 PM

लखनऊ:

कोरोनावायरस (Corona Virus) पूरे विश्व में संकट बना हुआ है. इस वायरस ने हर सेक्टर को प्रभावित किया है. देश में लॉक डाउन (Lockdown) के बााद अब खासकर इसका व्यापक असर छोटे व्यापारियों पर देखने को मिल रहा है. कोरोना छोटे किराना और सब्जी वालों पर बड़ी मुसीबत बन कर कहर बरपा रहा है. इसी को लेकर बहुजन समाज पार्टी की मुखिया और पूर्व मुुख्यमंत्री मायावती (Mayawati) ने कोरोना वायरस के कहर के चलते देश भर में जारी लॉक डाउन के दौरान गरीबों को उनकी जरूरत की चीजें मुफ्त मुहैया कराने की मांग सरकार से की है. 

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मायावती ने बुधवार को ट्वीट किया, 'वर्तमान में कोरोना वायरस के चल रहे प्रकोप की वजह से और इससे बचने के लिए कल प्रधानमंत्री द्वारा दिये गये निर्देशों को खास तौर पर ध्यान में रखकर, सभी सरकारों से रोजमर्रा की जरूरतों का सामान गरीबों को मुफ्त मुहैया कराने की अपील. खासकर गरीबों व मजदूरों को मुफ्त या फिर उन्हें काफी कम दामों पर उपलब्ध कराने की अपील.'

इससे पहले बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने कहा, 'कोरोना महामारी को लेकर देश व यूपी में भी जबर्दस्त लॉकडाउन से आमजनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त है. करोड़ों गरीब व दैनिक मेहनतकश लोगों के सामने भूखमरी जैसी विपत्ति का सामना है. अतः यह बहुत जरूरी है कि केन्द्र व राज्य सरकारें उनकी तत्काल समुचित आर्थिक मदद करें.'

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उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा, 'बसपा के सभी सामर्थ्यवान लोगों से भी विशेष अपील है कि वे इस लॉकडाउन में अति-जरूरतमन्दों की भरसक मदद करने का पूरा-पूरा प्रयास करें.'

गौरतलब है कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के प्रकोप को रोकने के मकसद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर में 21 दिनों का लॉकडाउन घोषित किया है.  उन्होंने इसे एक तरह का कर्फ्यू भी बताया है. यानी 14 अप्रैल तक पूरा भारत बंद रहेगा. ऐसे में छोटे व्यापारियों से लेकर दुकानदार और रेहड़ी-रिक्शा वालों के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई है.

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