दिल्ली में भड़की हिंसा (Delhi Violence) पर बसपा सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने केंद्र और दिल्ली सरकार पर साधा निशाना है. उन्होंने कहा कि इस हिंसा में घिनौनी राजनीति की जा रही है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी भूमिका नहीं निभाई. इसकी जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में की जाए. साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्र और दिल्ली सरकार इसकी भरपाई करें. दिल्ली पुलिस को खुली छूट देनी चाहिए. जिससे उपद्रवियों से निपटने में मदद मिल सके.
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हिंसा किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं
वहीं इससे पहले मायावती ने इस हिंसा को लेकर चिंता जाहिर की थी. उन्होंने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा कि हिंसा किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं. उन्होंने कहा कि दिल्ली के कुछ क्षेत्रों में पिछले कुछ दिनों की हिंसा, उपद्रव व आगजनी की घटनाओं में भारी जान-माल की क्षति अति-दुःखद व अति-निन्दनीय है. केन्द्र और दिल्ली सरकार इसे पूरी गंभीरता से लेकर इसकी उच्च स्तरीय जांच कराएं. दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें. यह बीएसपी की मांग है.
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अब तक 32 लोगों की मौत
मायायवती ने कहा कि सरकारी और निजी संपत्तियों का नुकसान पहुंचाया जा रहा है. साथ ही अबतक 32 लोगों की मौत हो गई है. हिंसा को किसी भी तरीके से जायज नहीं ठहराया जा सकता है. हिंसा से काफी जान-माल का नुकसान हुआ है. बता दें कि नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में अभी भी तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है. दिल्ली हाईकोर्ट में देर रात तक चली सुनवाई के बाद दो जगहों पर कर्फ्यू लगा दिया गया है. वहीं मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि पूरे हिंसाग्रस्त क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दो.