यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है। पानी का स्तर इतना ज्यादा बढ़ गया है कि जिले में बाढ़ के हालात बन चुके हैं। कई कॉलोनियां जलमग्न हो चुकी हैं। वहीं कई गावं के घरों में पानी भर चुका है। ग्रामीण अपने गांव की सुरक्षा को लेकर बोरियों में मिट्टी भरकर गांव के चारों लगाया है ताकि गांव में पानी न घुस सके। पानी का बहाव इतना ज्यादा अधिक था कि ग्रामीणों को अपना सामान बचाना मुश्किल हो रहा है। रविवार को सुबह के चार बजे हुई तेज बारिश ने खतरे को बढ़ाया है। इससे लोगों की धड़कनें बढ़ने लगी हैं।
लोगों का कहना है कि इस कार्य के लिए गांव के लोगों ने अपनी-अपनी जिम्मेदारी बांट ली है। कोई रात में पानी की निगरानी कर रहा है तो कोई बोरियों में मिट्टी भरकर गांव के किनारे बांध लगा रहा है। हालांकि गांव के कुछ भाग के लोगों के मकान तक यमुना का पानी पहुंच गया है।