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महंत नरेंद्र गिरी की मौत का सुसाइड नोट आया सामने, पढ़ें पूरा Suicide Note

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रहे महंत नरेंद्र गिरी की मौत अब एक अनसुलझा रहस्य बन गई है. सोमवार की रात को उनका निधन हो गया था. प्रयागराज बाघंबरी मठ में उनकी लाश उनके कमरे में रस्सी के फंदे पर लटकती मिली थी.

Updated on: 21 Sep 2021, 06:32 PM

नई दिल्ली:

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रहे महंत नरेंद्र गिरी की मौत अब एक अनसुलझा रहस्य बन गई है. सोमवार की रात को उनका निधन हो गया था. प्रयागराज बाघंबरी मठ में उनकी लाश उनके कमरे में रस्सी के फंदे पर लटकती मिली थी. उनके कमरे से पुलिस को सात पन्नों का सुसाइड नोट मिला है. महंत नरेंद्र गिरि के लेटर पैड पर ही ये सुसाइड नोट लिखा गया है. इस मामले में पुलिस ने उनके शिष्य योगगुरु आनंद गिरि को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि हनुमान मंदिर के पुजारी आद्या तिवारी और उनके बेटे संदीप तिवारी को हिरासत में लिया गया है. अब नरेंद्र गिरि का सुसाइड नोट भी सामने आ गया है. 

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सुसाइड नोट में लिखा है कि मैं महेंद्र गिरि, आज मेरा मन आनंद गिरि के चलते बहुत विचलित हो गया है. आनंद गिरि मुझे बदनाम करने की कोशिश कर रहा है. आज जब मुझे सूचना मिली है कि हरिद्वार से कम्प्यूटर के जरिए आनंद गिरि लड़की की तस्वीर लगाकर मेरा कोई वीडियो वायरल करने जा रहा है, तौ मैं सोच रहा हूं कि मैं कहां जाऊंगा, यदि ऐसा हो गया तो. किस किस को सच बताऊंगा, इसलिए ये कदम उठाने जा रहा हूं. मैं जिस पद पर हूं, यदि मेरा वीडियो वायरल हो गया तो मैं जिस समाज से जी रहा हूं, कैसे लोगों के सामने आऊंगा.

इससे अच्छा, मेरा मर जाना है. इससे दुखी होकर मैं आत्महत्या करने जा रहा हूं. मेरी मौत का जिम्मेदार आनंद गिरि, आद्या प्रसाद तिवारी, संदीप तिवारी की होगी. इन लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए.