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महंत बजरंग मुनि ने खुलेआम मुस्लिम महिलाओं को दी बलात्कार की धमकी, वीडियो वायरल

सीतापुर के खैराबाद कस्बे में उदासीन अखाड़ा महर्षि श्री लक्ष्मण दास आश्रम के महंत अनुपम मिश्रा उर्फ महंत बजरंग मुनि की मुस्लिम महिलाओं को बलात्कार की धमकी देने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.

Updated on: 10 Apr 2022, 11:41 AM

highlights

  • महंत का वीडियो वायरल होने के बाद दर्ज हुई एफआईआर
  • आरोपी महंत की गिरफ्तारी नहीं होने से मुसलमानों में नाराजगी
  • शिकंजा कसने के बाद महंत ने मुस्लिम महिलाओं से मांगी माफी

नई दिल्ली:

सीतापुर के खैराबाद कस्बे में उदासीन अखाड़ा महर्षि श्री लक्ष्मण दास आश्रम के महंत अनुपम मिश्रा उर्फ महंत बजरंग मुनि की मुस्लिम महिलाओं को बलात्कार की धमकी देने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. विवाद बढ़ने पर खैराबाद पुलिस ने थाने में मुकदमा दर्ज कर मामले को ठंडा करने की कोशिश में जुट गई है. हालांकि, आरोपी महंत को अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है. इस बीच महंत ने एक और वीडियो जारी कर खुद को बेकसूर बताने के साथ ही मुस्लिम समाज की महिलाओं से माफी मांग ली है. हालांकि, इसके अलावा 2 अप्रैल का महंत का एक और वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वो हिंदू महिलाओं की मौजूदगी में मुस्लिम महिलाओं के बलात्कार की धमकी दे रहे हैं.



दरअसल, 2 अप्रैल नवरात्रि और हिन्दू नववर्ष के दिन बजरंग मुनि ने पुलिस की मौजूदगी में खैराबाद कस्बे से धार्मिक जुलूस निकाला और कस्बे की मस्जिद के पास भड़काऊ भाषण दिया था. इस दौरान बजरंग मुनि ने कहा कि अगर मुसलमान हिंदुओं की बहन बेटियों को छेड़ेंगे, तो वो भी जवाब में मुसलमानों की बहन बेटियों का बलात्कार करेंगे. इस वीडियो के वायरल होने और विवाद बढ़ने पर बजरंग मुनि के खिलाफ खैराबाद थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया. इसके बाद मामला हाथ से निकलता देख महंत ने दूसरा वीडियो जारी किया. इस वीडियो में वह हाथ जोड़कर मुस्लिम महिलाओं से माफी मांगते दिख रहे हैं.

पुलिस के रवैये मुसलमानों में है गुस्सा
भड़काऊ बयान सामने आने के बाद भी पुलिस ने अब तक आरोपी महंत को गिरफ्तार नहीं किया है. इस मामले में खैराबाद के मुसलमान कह रहे हैं कि महंत ने अपने बयान से दंगा फैलाने की कोशिश की है, लेकिन खैराबाद के मुसलमानों ने धैर्य का परिचय दिया और शांति बनाए रखी है. ऐसे में पुलिस की जिम्मेदारी बनती है कि वह आरोपी के खिलाफ कार्रवाई कर उचित कार्रवाई करें.

महंत बजरंग मुनि कर रहे है विरोधाभासी बातें
एफआईआर दर्ज होने के बाद एक तरफ महंत ने माफी मांगते हुए कहा है कि उन्होंने कोई गलत बात नहीं की, उनकी बातों को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया. वहीं, दूसरी तरफ कह रहे हैं कि खैराबाद में मुसलमानों का अत्याचार इतना ज्यादा बढ़ गया है कि उससे त्रस्त होकर उन्हें इस तरह की वाणी इस्तेमाल करनी पड़ती है. इके बाद
जब वो हिंदुओं की बहन बेटियों पर अत्याचार करेंगे तो हम भी कार्रवाई करेंगे. इसके साथ ही उसने अपनी हत्या की आशंका जताई है. गौरतलब है कि इस आश्रम के दो महंतों की 1986 और 1989 में भी जमीन विवाद में हत्या हो चुकी है,

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आश्रम के पास है 3200 बीघे से भी ज्यादा जमीन
खैराबाद स्थित भुइंया ताली आश्रम सैकड़ों साल पुराना है. इस आश्रम के पास अपार संपत्ति है. इस आश्रम के पास 3200 बीघे से भी ज्यादा जमीन है, जिसमें से लगभग 2700 बीघे जमीन पर खैराबाद के मुसलमानों और हिंदू किसानों के कब्जे में होने का आरोप है. इसी कब्जे को लेकर पिछले साल खैराबाद के मुसलमानों और महंत के चेलों में खूनी संघर्ष हुआ था. इस दौरान दोनों तरफ से लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे. इस टकराव में खुद महंत भी बुरी तरह घायल हो गए थे, इसके बाद महंत को लखनऊ के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा था. रीढ़ की हड्डी में चाकू से चोट लगने की वजह से महंत अब न तो खड़ा हो पाता है, और न ही चल पाते हैं. लेकिन उनकी जुबान अब भी आग उगलती है. भड़काऊ बयान के मामले में खूब चलती है. बजरंग मुनि उर्फ अनुपम मिश्रा प्रतापगढ़ के रहने वाले हैं. मात्र 13 साल पहले 2009 में सन्यास लिया और चार साल पहले हज़ारों करोड़ की संपत्ति वाले आश्रम के महंत बन गए. महंत से जब उनके गुरु संन्यास लेने के बारे में पूछा गया तो वह  संन्यास क्यों  लिया, इस सवाल का कोई संतोषजनक उत्तर महंत के पास नहीं था.