पूरे उत्तर भारत मे इन दिनों भीषण ठंड पड़ रही है ऐसे में कोई आपसे कहे कि आप सुबह 4 बजे उठकर घड़े के ठंडे पानी से स्नान कर लें तो आप सिहर उठेंगे लेकिन अगर आप किसी को 51 घड़े ठंडे पानी से स्नान करते देखेंगे तो क्या कहेंगे, शायद आप कहेंगे कि ये कोई हठयोगी है. सुबह के 4 बजकर 15 मिनट होते ही नागा बाबा प्रमोद गिरी के भक्त उन्हें खास तौर पर तैयार एक वेदी पर बैठाते हैं और फिर एक एक कर घड़े का ठंडा पानी सर से उनके ऊपर डालते हैं. कई बार देखने से लगेगा कि महाराज अब उठे तब उठे.. लेकिन नागा बाबा प्रमोद गिरी टस से मस नहीं होते हैं और थोड़ी देर में वो पूरे 61 घड़ों के पानी से स्नान कर चुके होते हैं. अगर किसी आम आदमी को भीषण ठंड इस तरह से स्नान कराया जाए तो वो कोल्ड स्ट्रोक तक का शिकार हो सकता है. बीमार पड़ सकता है और हालत गंभीर भी हो सकती है.
51 घड़ो से शुरुआत की थी
नागा बाबा प्रमोद गिरी के लिए इसे जल धारा की तपस्या कहते हैं. उन्होंने इस तपस्या की शुरुआत 3 जनवरी से की थी और ये 23 जनवरी तक जारी रहेगी. इस दौरान दिन हर घड़ो की संख्या रोज़ बढ़ रही है. घड़ों की ये संख्या एक दिन में बढ़ती है और एक दिन 3. जनवरी को उन्होंने 51 घड़ो से शुरुआत की थी आज 7 जनवरी को उन्होंने 61 घड़ों से स्नान किया है और 23 जनवरी को ये संख्या बढ़ते बढ़ते 108 हो जाएगी.
खास बात ये है कि उनके भक्त उनके स्नान के लिए एक दिन पहले ही घड़ों में पानी भरकर रख देते हैं. भीषण ठंड और रात पर शीतलहरी की चपेट में रहकर पहले से ठंडा घड़ो का पानी सुबह होते बर्फ सा हो जाता है.
ये तपस्या आगे भी जारी रहेगी
प्रमोद गिरी राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले के रहने वाले है. ठंड के सवाल पर वो कहते हैं वो इसके पहले 9 बार ये तपस्या कर चुके हैं और यहां तो तापमान बहुत कम है. वो माइनस 2 डिग्री में भी जल तपस्या कर चुके हैं. श्री शम्भु पंचायती अटल अखाड़े से जुड़े प्रमोद गिरी जन कल्याण और सनातन के उत्थान के लिए ये जल तपस्या कर रहे हैं. वो कहते हैं कि उनकी ये तपस्या आगे भी जारी रहेगी.