उत्तर प्रदेश में हर साल लगने वाला माघ पूर्णिमा मेला 2 जनवरी से तीर्थराज प्रयाग (इलाहाबाद) में शुरू हो गया है। ये मेला 30 जनवरी 2018 तक चलेगा। इसे कल्पवास कहते हैं। इसमें देश-विदेश से श्रद्धालु शामिल होने के लिए आते हैं।
कल्पवास का समापन माघ पूर्णिमा के दिन स्नान, दान, हवन, व्रत और जप के साथ होता है। मेले का समापन 13 फरवरी को महाशिवरात्रि स्नान के साथ होगा।
इस मेले में स्नान के लिए 15 घाट तैयार किए जा रहे हैं। जिन पर करीब 4 करोड़ श्रद्धालुओं के पंहुचने का अनुमान है।
इस मेले को 2019 के अर्द्धकुंभ का रिहर्सल में माना जा रहा है। ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था उसी स्तर पर की जा रही है।
मेले को दो जोन और छह सेक्टर में बांटकर सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए गए हैं। मेले में 12 थाने और 36 पुलिस चौकियां बनाई गई हैं।
इसके साथ ही 12 फायर स्टेशन, 80 सीसीटीवी कैमरे, 3 ड्रोन, एसटीएस, बीडीएस, एएसटी, स्निफर डॉग, पीएसी और एनडीआरएफ के साथ एसडीआरएफ की टीम भी तैनात रहेगी।
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कल्पवास शुरू होने के साथ ही श्रद्धालुओं को स्नान के लिए भरपूर गंगाजल 25 जनवरी से मिलने लगेगा। जानकारी के मुताबिक टिहरी से एक हजार क्यूसेक और नरौरा से चार हजार क्यूसेक पानी लगातार छोड़ा जा रहा है।
डेढ़ महीने चलने वाले इस मेले में 6 प्रमुख स्नान पर्व होंगे। 2 जनवरी को पौष पूर्णिमा पर 30 लाख लोगों के पहुंचने की उम्मीद हैं।
वहीं अगला 14 जनवरी को मकर संक्रांति, 16 जनवरी को अमावस्या, 22 जनवरी को बसंत पूर्णिमा, 31 जनवरी को माघी पूर्णिमा और 13 फरवरी को महाशिवरात्रि पर करोड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं के स्नान करने पहुंचे का अनुमान है।
माघ मेला आयोजन के लिए प्रदेश सरकार ने 40 करोड़ रुपये के बजट की मंजूरी दे दी है। मेला प्रशासन की ओर से 51 करोड़ रुपये के बजट का प्रस्ताव भेजा गया था।
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HIGHLIGHTS
- 2 जनवरी से 13 फरवरी तक इलाहाबाद में चलेगा माघ पूर्णिमा मेला
- इस मेले को 2019 के अर्द्धकुंभ का रिहर्सल में माना जा रहा है
Source : News Nation Bureau